मंगलवार, 22 जुलाई 2025
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Written By WD

खौफनाक ये मंजर देख

खौफनाक मंजर
सतीश गुप्ता
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खौफनाक ये मंजर देख,
आर-पार है खंजर देख

कतरे-कतरे को तरसा है,
प्यासा एक समंदर देख

मंदिर-मस्जिद गुरुद्वारे में,
रंग-बिरंगे पत्थर देख

गोली, बर्छी, भाले, कर्फ्‍यू,
हैवानों का लश्कर देख

धूप छुपी बादल के डर से,
मौसम के ये तेवर देख

WDWD
आस्तीन में रहते हैं ये,
सांप, संपोले, अजगर देख

जिसको देख कबीरा रोया,
हालत ऐसी बदतर देख

आजादी को गिरवी रख दें
सत्ता के सौदागर देख ।


साभार : कथाबिंब