ई-गवर्नेंस से सरकार के कामकाज के तरीके में भी पारदर्शिता आई है। लोगों को न सिर्फ बिचौलियों और बाबूओं के चक्कर लगाने से छुटकारा मिला है, बल्कि उन्हें घर से ही वे सुविधाएँ मिल रही हैं जिनके लिए उन्हें आमतौर पर तहसील या जिला मुख्यालय तक जाना पड़ता है। साथ ही संबंधित विभाग के आला अधिकारियों तक ईमेल से सीधी पहुँच के कारण वे किसी भी भ्रष्टाचार की शिकायत भी अपनी भाषा में कर सकते हैं। जैसे-जैसे लोगों में जागरूकता और इंटरनेट की पहुँच बढ़ेगी, हमें ई-गवर्नेंस के बेहतर परिणाम देखने को मिलेंगे।