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फिटनेस की डोज़, आधा घंटा रोज : वर्कआउट को बना लें आदत

फिटनेस की डोज़, आधा घंटा रोज : वर्कआउट को बना लें आदत - Modi Mantra Fitness ki dose
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने फिट इंडिया आंदोलन (Fit India movement) के एक साल पूरे होने पर सभी देशवासियों को फिटनेस मंत्र दिया...'फिटनेस की डोज़, आधा घंटा रोज।'
आइए जानें क्या करें फिटनेस के लिए... 
 
लचीलेपन से शारीरिक ऊर्जा बनी रहती है। इससे व्यक्ति हमेशा फुर्तीला बना रहता है, साथ ही बॉडी फिट भी रहती है। यदि आप भी चाहते हैं कि आपकी बॉडी लचीली बनी रहे तो इन एक्सरसाइज को अपनी दिनचर्या में जरूर शामिल करें।
 
अपनी दैनिक आदतों में बॉडी को स्‍ट्रेच करने की आदत डाल लें। यह आदत शरीर को ऊर्जा प्रदान करेगी और आपको लचीला बनाएगी। सुबह के समय बिस्‍तर पर किया गया बॉडी स्‍ट्रेच फायदेमंद होता है। इसको आप सोने से पहले भी कर सकते हैं।
 
सूर्य नमस्कार के द्वारा आपका शरीर लचीला तो होता ही है, साथ ही साथ इसके नियमित अभ्यास से त्वचा रोग समाप्त हो जाते हैं अथवा इनके होने की संभावना समाप्त हो जाती है। इस अभ्यास से कब्ज आदि उदर रोग समाप्त हो जाते हैं और पाचन तंत्र की क्रियाशीलता में वृद्धि हो जाती है।
 
धनुरासन के नियमित अभ्यास से शरीर लचीला बनाता है, साथ ही पेट से जुड़ीं कई समस्याएं दूर हो सकती हैं।
 
फिटनेस के लिए वर्कआउट कब करें 
 
वर्कआउट करने का सही समय क्या होना चाहिए, इस बात को लेकर लोगों की अलग-अलग राय होती है। अगर आप भी ऐसी ही दुविधा में है कि आपको किस समय वर्कआउट करना चाहिए, तो आइए हम आपको बताते हैं कि रिसर्च क्या कहती हैं -
 
मॉर्निंग वर्कआउट 
 
* सुबह जल्दी उठकर वर्कआउट करने के अपने फायदे होते हैं। इससे आपके दिन की शुरुआत अन्य लोगों के मुकाबले जल्दी हो जाती है।   
 
* कई रिसर्च में पाया गया है कि जो लोग सुबह उठते ही वर्कआउट कर लेते हैं, वे फिटनेस रुटीन का बेहतर पालन कर पाते हैं और वर्कआउट को नियमित तौर पर कर पाते है। 
 
* सुबह का वर्कआउट मेटाबॉलिज्म को गति देता है, यानि की शरीर की कैलोरी बर्न करने की कैपेसिटी को बढ़ाता है। इसलिए जिन लोगों को वजन कम करना है, उनके लिए सुबह का वर्कआउट ज्यादा फायदेमंद है। 
 
* सुबह वर्कआउट करने से आपको ये मेंटल सेटिस्फेक्शन होता है कि आपने दिन का एक महत्वपूर्ण कार्य पूर्ण कर लिया है। और आगे की सभी गतिविधियों के लिए आपकी सोच सकारात्मक हो जाती है। साथ ही आप दिनभर एनर्जेटिक भी महसूस करते हैं। 
 
इवनिंग वर्कआउट
 
वहीं कई लोग ऐसे भी हैं जो अपने काम व ऑफिस के चलते सुबह वर्कआउट को समय नहीं दे पाते हैं। तो आपको बता दें कि शाम के वर्कआउट के भी अपने अलग फायदे होते है -
 
* कुछ स्टडीज के मुताबिक शाम के वर्कआउट में आप ज्यादा स्ट्रेंथ एक्टिविटीज कर सकते हैं क्योंकि सुबह के विपरीत आपका शरीर और दिमाग दिनभर की गतिविधियों के कारण पहले से ही एक्टिव है। इसलिए अगर आपको बॉडी बनानी है तो इवनिंग वर्कआउट बेहतर है। 
 
* सुबह वर्कआउट करते हुए, दिन के बाकी के सभी काम खत्म करने का तनाव रहता है। लेकिन शाम के समय आप न केवल इस तनाव से मुक्त रहते हैं, बल्कि इवनिंग वर्कआउट दिनभर का स्ट्रेस भी दूर करता है।
 
कपालभाति और भस्त्रिका के साथ ही अनुलोम-विलोम करें। खड़े होकर किए जाने वाले योगासनों में त्रिकोणासन, कटिचक्रासन, ताड़ासन, अर्द्धचंद्रासन और पादपश्चिमोत्तनासन करें।
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