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Written By WD Feature Desk

जानिए पूरी रात एसी चला कर सोना सेहत के लिए कितना है सुरक्षित, कहीं आराम पड़ न जाए भारी

is it safe to use ac all night
Is it safe to use ac all night: गर्मी की तपिश से राहत पाने के लिए एयर कंडीशनर (AC) किसी वरदान से कम नहीं है। खासकर मध्य प्रदेश की इस उमस भरी गर्मी में, रात को चैन की नींद के लिए एसी चलाना लगभग आदत बन गया है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि पूरी रात एसी चलाकर सोने से आपकी सेहत पर क्या असर पड़ता है? यह सवाल जितना आम है, इसके जवाब उतने ही दिलचस्प और जानने योग्य हैं।

ठंडी हवा का आरामदायक एहसास, सेहत के लिए कैसा?
ये सच है कि एसी की ठंडी हवा में घुसते ही एक सुकून का एहसास होता है। पसीने से तर ब तर शरीर को तुरंत ठंडक मिलती है और नींद आनी आसान हो जाती है। एसी कमरे के तापमान को नियंत्रित करके एक आरामदायक माहौल बनाता है, जिससे बेचैनी कम होती है और नींद की गुणवत्ता में सुधार हो सकता है। खासकर उन लोगों के लिए जिन्हें गर्मी के कारण सोने में परेशानी होती है, एसी एक बेहतरीन विकल्प साबित हो सकता है।

लेकिन, सिक्के का दूसरा पहलू भी है...
पूरी रात एसी में सोना सेहत के लिए कुछ परेशानियां भी खड़ी कर सकता है। आइए जानते हैं इनके बारे में:
सूखी हवा का दुष्प्रभाव: एसी कमरे की नमी को सोख लेता है, जिससे हवा शुष्क हो जाती है। इस सूखी हवा में लगातार रहने से आपकी त्वचा रूखी हो सकती है, होंठ फट सकते हैं और आंखों में सूखापन महसूस हो सकता है। इतना ही नहीं, यह आपके श्वसन तंत्र को भी प्रभावित कर सकता है, जिससे नाक और गले में सूखापन और खराश हो सकती है।
शरीर के तापमान का असंतुलन: हमारा शरीर एक निश्चित तापमान पर काम करता है और रात में सोते समय इसका तापमान थोड़ा कम होता है। पूरी रात एसी में रहने से शरीर के प्राकृतिक तापमान नियंत्रण में बाधा आ सकती है। इससे सुबह उठने पर आपको थकान और सुस्ती महसूस हो सकती है।
रोग प्रतिरोधक क्षमता पर असर: कुछ अध्ययनों से पता चला है कि लंबे समय तक एसी में रहने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो सकती है। ठंडी हवा में रहने से रक्त वाहिकाएं सिकुड़ जाती हैं, जिससे शरीर के कुछ हिस्सों में रक्त संचार धीमा हो सकता है। यह संक्रमण से लड़ने की शरीर की क्षमता को प्रभावित कर सकता है।
एलर्जी और सांस संबंधी समस्याएं: एसी के फिल्टर में धूल और अन्य एलर्जी पैदा करने वाले कण जमा हो सकते हैं। अगर एसी नियमित रूप से साफ न किया जाए, तो यह हवा में इन कणों को फैला सकता है, जिससे एलर्जी और सांस संबंधी समस्याएं जैसे अस्थमा और ब्रोंकाइटिस बढ़ सकती हैं।
मांसपेशियों में अकड़न: लगातार ठंडी हवा के संपर्क में रहने से मांसपेशियों में अकड़न और दर्द की समस्या हो सकती है। खासकर गर्दन और पीठ में दर्द आम है।


तो, क्या एसी चलाना पूरी तरह से बंद कर दें?
इसका जवाब है - नहीं, समझदारी से इस्तेमाल करना बेहतर है। पूरी रात एसी चलाने के बजाय, आप कुछ बातों का ध्यान रख सकते हैं:
तापमान का सही चुनाव: एसी का तापमान बहुत कम न रखें। 24-26 डिग्री सेल्सियस का तापमान सोने के लिए आरामदायक माना जाता है और यह सेहत के लिए भी कम हानिकारक है।
टाइमर का इस्तेमाल: आप एसी में टाइमर सेट कर सकते हैं ताकि वह कुछ घंटों बाद अपने आप बंद हो जाए। इससे रात भर ठंडी हवा में रहने से बचा जा सकता है।
कमरे में नमी बनाए रखें: कमरे में एक पानी का कटोरा या ह्यूमिडिफायर रखने से हवा में नमी बनी रहेगी और सूखापन की समस्या कम होगी।
नियमित सफाई: एसी के फिल्टर को नियमित रूप से साफ करें ताकि धूल और एलर्जी पैदा करने वाले कण जमा न हों।
सीधे हवा से बचें: एसी की सीधी हवा आपके शरीर पर न पड़े, इसका ध्यान रखें।
एसी गर्मी से राहत दिलाने का एक शानदार तरीका है, लेकिन इसका इस्तेमाल सावधानी से करना जरूरी है। पूरी रात एसी चलाकर सोने से सेहत पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकते हैं। समझदारी से इसका उपयोग करके आप गर्मी से भी बच सकते हैं और अपनी सेहत को भी सुरक्षित रख सकते हैं। याद रखें, अति हर चीज की बुरी होती है।

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