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Written By WD Feature Desk
Last Modified: शनिवार, 14 जून 2025 (18:27 IST)

याददाश्त बढ़ाने के लिए आज से ही छोड़ दें अपनी ये 8 आदतें, दिमाग पर डालती हैं बुरा असर

bad habits for brain
bad habits for brain : आज की तेज रफ्तार जिंदगी में हर इंसान चाहता है कि उसकी याददाश्त तेज़ हो, दिमाग हर वक्त एक्टिव रहे और वह हर जरूरी जानकारी को लंबे समय तक याद रख सके। चाहे स्टूडेंट हों, प्रोफेशनल्स या बुजुर्ग सभी की यही ख्वाहिश होती है कि मानसिक क्षमता बनी रहे और भूलने की समस्या न हो। लेकिन बहुत बार हम अनजाने में ऐसी आदतों को अपनाते हैं जो हमारी याददाश्त को धीरे-धीरे कमजोर बना देती हैं।
 
शोधों और न्यूरोलॉजिकल रिसर्च में ये बात साबित हो चुकी है कि हमारे खानपान, सोने-जागने का समय, डिजिटल आदतें और स्ट्रेस लेवल सीधा हमारे दिमाग की कार्यक्षमता को प्रभावित करते हैं। यह जानना बेहद ज़रूरी है कि कौन सी आदतें हमारी याददाश्त को नुकसान पहुंचा रही हैं ताकि समय रहते इनसे दूरी बनाई जा सके और ब्रेन हेल्थ को बेहतर बनाया जा सके।
 
आइए जानते हैं उन आदतों के बारे में जिन्हें अगर आप आज से ही छोड़ दें, तो आपकी याददाश्त पहले से काफी तेज हो सकती है और दिमाग का प्रदर्शन बेहतर होगा।
 
1. नींद की कमी
अगर आप रोज़ाना 6 से 8 घंटे की नींद नहीं ले रहे हैं तो आपकी ब्रेन हेल्थ सबसे पहले प्रभावित होगी। नींद के दौरान दिमाग़ अनावश्यक जानकारियों को छांटता है, यादों को व्यवस्थित करता है और नई सूचनाओं को स्थायी रूप से याददाश्त में शामिल करता है। लगातार नींद की कमी से ब्रेन फॉग, चिड़चिड़ापन और भूलने की समस्या पैदा होती है।
 
2. डिजिटल ओवरलोड 
दिनभर मोबाइल, लैपटॉप और टीवी स्क्रीन के सामने रहने से मस्तिष्क लगातार उत्तेजित रहता है। यह ज्यादा इनपुट और कम प्रोसेसिंग की वजह से ब्रेन पर भारी बोझ डालता है, जिससे ध्यान भटकता है और लॉन्ग टर्म मेमोरी कमजोर होती है।
 
3. फिजिकल एक्टिविटी की कमी 
शारीरिक व्यायाम का सीधा संबंध दिमाग से होता है। नियमित वॉक, योग या कोई भी फिजिकल एक्टिविटी दिमाग में ब्लड फ्लो बढ़ाती है, जिससे न्यूरॉन्स एक्टिव रहते हैं और याददाश्त मजबूत होती है। लगातार बैठे रहने की आदत न सिर्फ शरीर को बल्कि दिमाग को भी सुस्त बना देती है।
 
4. एक ही रूटीन 
हर दिन एक जैसा काम करना और खुद को मानसिक चुनौती न देना भी दिमाग़ को निष्क्रिय कर देता है। नए शब्द सीखना, नई भाषा या स्किल में रुचि लेना, पढ़ना या क्रिएटिव एक्टिविटी में शामिल होना दिमाग के लिए एक्सरसाइज जैसा है। इसका अभाव दिमाग को कंफर्ट ज़ोन में फंसा देता है और याददाश्त कमजोर होने लगती है।
 
5. जंक फूड और मीठे का ज्यादा सेवन
शरीर की तरह दिमाग को भी पोषण चाहिए। अधिक चीनी, तली-भुनी चीज़ें और प्रोसेस्ड फूड ब्रेन फंक्शन को धीमा कर देते हैं। ये पदार्थ ब्रेन में सूजन (inflammation) बढ़ाते हैं और न्यूरोट्रांसमीटर की कार्यक्षमता को कम करते हैं, जिससे याददाश्त पर बुरा असर पड़ता है।
 
6. बहुत ज्यादा मल्टीटास्किंग 
बहुत सारे काम एक साथ करने से दिमाग की एकाग्रता घटती है और फोकस भंग होता है। यह आदत अल्पकालिक मेमोरी को प्रभावित करती है और ब्रेन की प्रोसेसिंग स्पीड घटाती है। इसके बजाय एक समय में एक काम पर ध्यान देना दिमाग़ के लिए ज्यादा फायदेमंद है।
 
7. तनाव और चिंता 
लगातार स्ट्रेस में रहना, चिंता करना और मानसिक थकावट दिमाग़ की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाते हैं। स्ट्रेस हार्मोन ‘कॉर्टिसोल’ लंबे समय तक सक्रिय रहने पर हिप्पोकैम्पस (याददाश्त का केंद्र) को क्षति पहुंचाता है। इसलिए मेडिटेशन, डीप ब्रीदिंग और लाइफ बैलेंस पर फोकस करें।
 
8. पानी कम पीना 
जैसे शरीर को हाइड्रेटेड रहना ज़रूरी है, वैसे ही दिमाग़ के लिए भी पर्याप्त पानी जरूरी है। डिहाइड्रेशन से ब्रेन स्लो हो जाता है और थकान महसूस होती है। अगर आप कम पानी पीते हैं तो याददाश्त पर असर साफ नज़र आएगा।

 
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