बच रहे हैं वे मास्क का इस्तेमाल करने लगे हैं। कई लोग घरों में भी मास्क लगाने को मजबूर है। शोध में भी यह खुलासा हो चुका है कि वायु प्रदूषण आपके दिल को भी कमजोर
बनाता है। हाई ब्लड प्रेशर और किडनी की समस्या से पीड़ित मरीजों को अधिक सावधानी बरतने की जरूरत होती है। भारत में 2019 में वायु प्रदूषण से मौत का आंकड़ा बढ़ गया
है। यह देश की चौथी बीमारी बन गई है जिसमें सबसे अधिक मौत होने लगी है। अगर आपके शहर या क्षेत्र में वायु प्रदूषण का स्तर कम है तो आप 5 अलग-अलग तरह से प्राकृतिक एयर प्यार फायर का इस्तेमाल कर सकती है। जिससे आपको बढ़ रहे प्रदूषण से राहत मिलेगी -
1. बीजवैक्स की मोमबत्तियां नेचुरल एयर प्यूरीफायर का काम करती है। जिससे हवा में मौजूद विषाक्त पदार्थ और जहरीले तत्वों को कम करती है। यह धीरे-धीरे जलती है और लंबे वक्त तक टिकी रहती है। बीजवैक्स जितनी शुद्ध होगी वह कम धुंआ और गंध छोड़ेंगी। इसका प्रयोग करने से घर में हवा की गुणवत्ता में सुधार होता है। यह हार्ट, किडनी मरीज के
2.इंडोर प्लांट्स - घरों में पेड़-पौधे लगाने का चलन बढ़ गया है। हालांकि घर के अंदर पौधें लगाने का सोच रहे हैं तो आप स्पाइडर प्लांट, बैम्बू प्लांट, स्नेक प्लांट, एलोवेरा लगा सकते हैं। इनके लिए अधिक रखरखाव की जरूरत नहीं होगी। और इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह घर में मौजूद जहरीले टॉक्सिन को बाहर करने में मदद करेंगे।
3. ऑयल - एसेंशियल ऑयल घर में हवा को शुद्ध करते हैं। जिससे आप आसानी से सांस ले पाते हैं। एसेंशियल ऑयल के प्रयोग से हवा में मौजूद खराब बैक्टीरिया, वायरस को मारने की क्षमता रखते हैं। यह कीटाणुओं को मारने में मदद करते हैं। आप चाहे तो अपने रूम में भी रख सकते हैं। जी हां, एक बाउल में गुनगुना पानी रखें और उसमें एसेंशियल ऑयलमिला दें। जिससे भीनी- भीनी खुशबू हवा को प्यूरीफाई करने में मदद करेगी। और सांस लेने में किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं होगी।
4.मनी प्लांट - मनी प्लांट वास्तु और शुद्ध हवा दोनों के लिहाज से बहुत अच्छा है। इसे लगाने से हवा में मौजूद विषाक्त वायु को कम करने में मदद करता है। साथ ही टोल्यूनि, बेंजीन, जाइलीन के साथ ही सांस लेने के लिए ताजा ऑक्सीजन भी छोड़ता है।
5.नमक लैंप - यह पूरी तरह से हवा के शुद्धिकरण का काम करता है। नमक लैंप प्रदूषित कणों को कम करता है। यह एक प्राकृतिक एयर प्यूरीफायर है। जो विषाक्त पदार्थों को निष्क्रिय करता है।