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Last Modified: चंडीगढ़ , रविवार, 30 जून 2024 (19:18 IST)

हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस की खास रणनीति, क्या अंदरूनी कलह से जूझ रही है पार्टी

हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस की खास रणनीति, क्या अंदरूनी कलह से जूझ रही है पार्टी - Congress may not project CM face in Haryana polls indicates AICC in charge
Congress may not project CM face in Haryana polls : कांग्रेस नेता दीपक बाबरिया ने रविवार को संकेत दिया कि पार्टी इस साल के अंत में होने वाले हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए मुख्यमंत्री पद के वास्ते किसी चेहरे को आगे किये बगैर मैदान में उतर सकती है। हरियाणा के प्रभारी कांग्रेस महासचिव बाबरिया ने विश्वास जताया कि उनकी पार्टी बड़े जनादेश के साथ चुनाव जीतेगी और राज्य में अपनी सरकार बनाएगी।
बाबरिया ने एक सवाल के जवाब में संकेत दिया कि हो सकता है कि कांग्रेस चुनाव से पहले किसी को भी अपने मुख्यमंत्री पद के चेहरे के रूप में पेश नहीं करे। उन्होंने यह बात तब कही जब उन्हें बताया गया कि शनिवार को पंचकूला में भारतीय जनता पार्टी (BJP) की विस्तारित प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक के दौरान केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि भाजपा हरियाणा में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में अकेले चुनाव लड़ेगी।
 
यह पूछे जाने पर कि क्या कांग्रेस भी भाजपा की तरह चुनाव से पहले अपना मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित करेगी, बाबरिया ने ऐसा कुछ नहीं करने की पार्टी की परंपरा की ओर इशारा किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी की 70 साल पुरानी परंपरा है कि विधायक दल जिसे भी चुनेगा...और 99.99 प्रतिशत परंपरा यह है कि वह कांग्रेस अध्यक्ष को अधिकृत करता है...।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि आखिरकार, निर्वाचित विधायकों की इच्छा के अनुसार ही निर्णय लिया जाएगा। साथ ही, बाबरिया ने यह भी कहा, "यह (मुख्यमंत्री पद का चेहरा) एक बड़ा राजनीतिक फैसला है। एक गोपनीयता का भी मुद्दा है, हम इसकी सार्वजनिक बहस में नहीं जाना चाहते।"
 
इसी से जुड़े एक अन्य सवाल पर उन्होंने कहा कि पिछले साल एक राज्य में हुए चुनाव में मुख्यमंत्री पद के लिए पांच दावेदार थे, लेकिन किसी को भी मुख्यमंत्री पद का चेहरा नहीं बनाया गया और फिर भी कांग्रेस भारी बहुमत के साथ राज्य में सत्ता में आई। उन्होंने कहा कि हरियाणा में भी हम बड़ी जीत के साथ सत्ता में आएंगे।
 
हरियाणा में सत्तारूढ़ भाजपा द्वारा कांग्रेस में अंदरूनी कलह को लेकर अक्सर निशाना बनाए जाने के बारे में पूछे जाने पर बाबरिया ने कहा, "भाजपा के पास कोई विमर्श नहीं है। वह कहती है कि हमारे बीच मतभेद हैं और मीडिया के जरिये इसे बढ़ा-चढ़ाकर पेश करना चाहती है।"
 
उन्होंने सवाल किया कि क्या भाजपा नेता अनिल विज के पिछले बयान सत्तारूढ़ पार्टी में अंदरूनी कलह को नहीं दर्शाते हैं।
 
बाबरिया से हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में उम्मीदवारों को आवंटित अधिकांश टिकटों पर पार्टी हाईकमान को उचित ‘फीडबैक’ न देने के लिए कांग्रेस की वरिष्ठ नेता कुमारी सैलजा द्वारा उन पर उंगली उठाने के बारे में भी सवाल किया गया।
हरियाणा में कांग्रेस ने जिन नौ लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ा था, उनमें से पांच पर उसे जीत मिली, जबकि ‘इंडिया’ गठबंधन के एक अन्य घटक आम आदमी पार्टी (आप) कुरुक्षेत्र सीट पर चुनाव हार गई।
 
बाबरिया ने कहा कि लोकतंत्र में हर किसी से सवाल पूछे जा सकते हैं। उन्होंने कहा, "मैं जो भी निर्णय लूंगा, हर कोई उसका आकलन कर सकता है और अपनी राय दे सकता है। सैलजा हमारी पार्टी की बड़ी नेता हैं। उन्हें अपनी बात कहने का पूरा अधिकार है और अगर उन्हें मुझमें कोई कमी नजर आती है, तो वह आलाकमान के समक्ष इसे उठा सकती हैं।"
 
बाबरिया ने कहा कि हरियाणा चुनाव के लिए कांग्रेस का घोषणापत्र आम आदमी पर केंद्रित होगा और पार्टी ने दस्तावेज तैयार करने के लिए समाज के विभिन्न वर्गों से ‘फीडबैक’ और सुझाव एकत्र करने की कवायद शुरू की है।
 
उन्होंने कहा कि पार्टी समाज के विभिन्न वर्गों से संपर्क कर रही है और घोषणापत्र के लिए उनके ‘फीडबैक’ और सुझाव ले रही है।
 
हरियाणा कांग्रेस की घोषणापत्र समिति की अध्यक्ष एवं विधायक गीता भुक्कल की मौजूदगी में बाबरिया ने कहा, "घोषणापत्र आम आदमी पर केंद्रित होगा।"
 
बाबरिया ने कहा कि कांग्रेस शासन के दौरान विकास के विभिन्न मापदंडों पर देश में आगे रहने वाला हरियाणा पिछले 10 वर्षों में भाजपा शासन में पिछड़ गया है और अब केवल "अपराध, भ्रष्टाचार, बेरोजगारी और नशाखोरी" में आगे है।
 
उन्होंने कहा, "हम एक बार फिर ऐसा हरियाणा बनाना चाहते हैं जो कभी समृद्धि और समग्र विकास के लिए जाना जाता था।"
 
कांग्रेस नेता बाबरिया ने कहा, "हम किसानों, युवाओं, गरीबों, कमजोर वर्गों, व्यापारियों, सरकारी कर्मचारियों, महिलाओं और अन्य सहित समाज के विभिन्न वर्गों को आमंत्रित कर रहे हैं और उनके साथ बातचीत कर रहे हैं।"
 
भाजपा पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, "देश की सबसे असफल सरकार का पुरस्कार हरियाणा की भाजपा सरकार को मिलेगा।" भुक्कल ने कहा कि पार्टी ने मुख्य घोषणापत्र समिति के तहत 17-18 उप-समितियां बनाई हैं। उन्होंने कहा, "हम समाज के हर वर्ग के लिए एक बहुत अच्छा घोषणापत्र लाने का प्रयास कर रहे हैं।" भाषा