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विश्व मानवता दिवस का इतिहास।
विश्व मानवता दिवस क्या है।
क्यों जरूरी हैं विश्व मानवता दिवस।
history of world humanitarian day : हर साल विश्व मानवतावादी दिवस 19 अगस्त को मनाया जाता है। दुनियाभर में सिर्फ एक मानव ही दूसरे मानव को बचा सकता है। एक ऐसा शब्द 'मानवता' जिसको शब्दों में परिभाषित करना न्यायिक नहीं होगा, क्योंकि यह शब्द व्यापक है। अत: इसकी परिभाषा भी बहुत बड़ी है।
जिस किसी ने भी मानवता के मतलब को समझा होगा उनके लिए किंतु-परंतु जैसा कुछ भी शब्द जीवन में नहीं होगा। विश्व मानवता दिवस को मनाने का उद्देश्य लोगों के मन में मानवता की भावना को जाग्रत करना है। कई बार अनिश्चितकाल में प्राकृतिक आपदाएं आ जाती है। ऐसे में बस मदद के लिए आंखें मानव समाज को ढूंढती है। मानव चाहे तो एक-दूसरे की मदद करके गरीबी को भी खत्म कर सकता है, लेकिन बस जरूरत है तो कदम बढ़ाने की।
आइए जानते हैं कब हुई विश्व मानवता दिवस को मनाने की शुरुआत। जानें इतिहास-
वर्ष 19 अगस्त 2003 में बगदाद में संयुक्त राष्ट्र के हेडक्वार्टर पर आतंकवादी हमले में करीब 22 लोग मारे गए थे। इनमें एक समाज सेवक सरगिओ विएरा डी मेलो भी शामिल थे। जिन्होंने असमय मौत के गाल के समाएं सभी लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित की। और संयुक्त राष्ट्र ने सन् 2008 में 19 अगस्त को विश्व मानवता दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया था। इसके बाद से ही हर साल 19 अगस्त को विश्व मानवता दिवस मनाया जाता है।
गौरतलब है कि भारत में मानवता के ऐसे कई प्रतिबिंब है जो आज भले ही हमारे बीच नहीं हो, लेकिन आज भी वे गर्व के साथ याद किए जाते हैं। उनमें प्रमुखता से मदर टेरेसा और महात्मा गांधी का नाम आता हैं। आज भी दुनिया में कई ऐसे क्षेत्र हैं, जहां असहाय लोगों को मदद की आस है।
एशिया और अफ्रीका के कई क्षेत्रों में लाखों लोग भुखमरी के शिकार होते हैं। हालात इतने बदतर कि कई बार संयुक्त राष्ट्र भी मदद करने में असहाय महसूस करता है। कुछ लोगों को सहारा मिल रहा है, तो कुछ लोग भगवान भरोसे अपनी जिंदगी काट रहे हैं। आज देश के कई हिस्सों में मानव समाज की जरूरत है।
विश्व मानवतावादी दिवस 2024 थीम :
आपको बता दें कि इस वर्ष विश्व मानवतावादी दिवस 2024 की थीम की घोषणा अभी नहीं की गई है। लेकिन इस वर्ष का नारा है 'सत्ता में बैठे लोगों के लिए #ACTFORHUMANITY का समय आ गया है।' यह शक्तिशाली नारा दुनिया भर के नेताओं और निर्णयकर्ताओं से जरूरतमंद लोगों की रक्षा और सहायता के लिए सार्थक कार्रवाई करने का आह्वान करता है।
मानवता का सबसे बड़ा उदाहरण कोविड-19 था, जो आज सभी के सामने हैं। इस दौरान लोगों अपनी जान की परवाह किए बिना कई लोगों का जीवन बचाया है। यह ऐसा वक्त था, जब पूरी दुनिया एक साथ खड़ी दिखाई दी और दुनियाभर में एक-दूसरे देश की मदद की गई थी। इस दौरान न जानें कितने डॉक्टर्स, पुलिसकर्मी और मीडियाकर्मी और फ्रंटलाइन वर्कर्स खुद की जान जोखिम में डालकर अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए दुनिया से अलविदा कह गए और दुनियाभर को इंसानियत से परिचय कराया। यही सच्ची मानवता थी।
यहां जानें संत गाडगे बाबा द्वारा समाज के उत्थान एवं समाज की कुरीतियों को दूर करने तथा मानवता की भलाई के लिए दिए गए 10 महत्वपूर्ण संदेश...
1. भूखे को अन्न (रोटी) दो।
2. प्यासे को पानी पिलाओ।
3. वस्त्रहीन लोगों को वस्त्र दो।
4. गरीब बच्चों की शिक्षा में मदद करो, हर गरीब को शिक्षा देने में योगदान दो।
5. बेघर लोगों को आसरा दो।
6. अंधे, विकलांग, बीमार व्यक्ति की सहायता करो।
7. बेरोजगारों को रोजगार दो।
8. पशु-पक्षी, मूक प्राणियों को अभयदान दो।
9. गरीब, कमजोर लोगों के बच्चों की शादी में मदद करो।
10. दु:खी और निराश लोगों को हिम्मत दो। यही सच्चा धर्म है और यही सच्ची ईश्वर भक्ति है।
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