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Written By WD

दिल्ली की सबसे छोटी लोकसभा सीट है चांदनी चौक

श्रवण शुक्ल, नई दिल्ली से

दिल्ली की सबसे छोटी लोकसभा सीट है चांदनी चौक -
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दिल्ली की चांदनी चौक लोकसभा सीट उन सीटों में से है जहां बड़े नेताओं की दांव पर लगी हुई है। मतदाताओं की संख्या के आधार है यह दिल्ली की सबसे छोटी लोकसभा सीट है। इस लोकसभा क्षेत्र में 13,92,395 लाख मतदाता हैं।

राजनीतिक लिहाज से भी यह सीट काफी अहम है। अब तक सीट पर 1956 से लेकर हुए पंद्रह चुनावों में नौ बार कांग्रेस को ही सत्ता नसीब हुई है। 1967 के चुनावों में पहली बार भारतीय जनसंघ के राम गोपाल शालवाले गैरकांग्रेसी सांसद बने थे।

भाजपा ने भी यहां तीन बार शासन किया है। विजय गोयल यहां से दो बार व ताराचंद्र खण्डेलवाल एक बार पार्टी से सांसद बने हैं। 1977 में यहां जनता पार्टी के सिकंदर बख्त को भी सांसदी नसीब हो चुकी है।

इस लोकसभा क्षेत्र में परिसीमन के बाद अब आदर्श नगर, शालीमार बाग, शकूर बस्ती, त्रिनगर विधानसभा, वजीरपुर विधानसभा, मॉडल टाउन सदरबाजार, चांदनी चौक, मटिया महल, व बल्लीमारान विधानसभाएं हैं।

दिल्ली के पॉश इलाकों में गिने जाने वाले चांदनी चौक लोकसभा क्षेत्र के में बुनियादी सुविधाओं का आज भी अभाव दिखता है। इस लोस में अब तक विकास के नाम का ताम झाम तो खूब देखने को मिला है लेकिन मूलभूत समस्या ज्यों की त्यों हैं। यहां पार्किंग सबसे बड़ी समस्या है हालांकि इस क्षेत्र में काफी काम किए जा चुके हैं लेकिन इससे स्थितियों में जरा भी सुधार नहीं हुआ है। साथ ही शुद्ध पेयजल, यातायात जाम जैसी समस्याएं ही हैं जिनके आधार पर चुनाव लड़ा जाना है।

यहां पर इस बार दो दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर है कांग्रेस से सांसद कपिल सिब्बल तो भाजपा से प्रदेश अध्यक्ष व विधायक डॉ. हर्षवर्धन मैदान में हैं।

क्या कहते हैं लोग? : इसी क्षेत्र के तहत सदर बाजार में रहने वाले अशोक का कहना है कि यहां विकास के काम सिर्फ जुबानी आधार पर हुए हैं। जरा सी बारिश होने के साथ ही यहां यमुना बहने लगती हैं। वहीं मटिया महल में रहने वाली यास्मीन कहती हैं कि क्षेत्र में साफ-सफाई को लेकर कोई खास ध्यान नहीं दिया गया है। वे बताती हैं कि यहां मुस्लित बहुलता के चलते साफ-सफाई की बड़ी समस्या है जिसके लिए अबतक कुछ नहीं किया गया है।

क्या कहते हैं प्रत्याशी?: वर्तमान सांसद और कांग्रेस प्रत्याशी कपिल सिब्बल ने कहा कि क्षेत्र में काफी विकास के काम किए गए हैं। हमें तो अपने विकास पर भरोसा है फिर से मौका मिला तो इस विकास के क्रम को आगे ले जाएंगे।

भाजपा प्रत्याशी हर्षवर्धन ने कहा कि जिस विकास का कांग्रेस के लोग दावा कर रहे हैं वह एक छलावा है। क्षेत्र की स्थिति क्या विकसित कही जा सकती है जहां लोगों के पास बुनियादी सुविधाएं तक नहीं हैं।