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लेखा-जोखा
- एम.के. सांघी
दद्दू, क्या संसद में प्रश्नोत्तर के बजाए सभी सांसदों के कार्यों का लेखा-जोखा हर माह के अंत में होना चाहिए? -
संसद में प्रश्नोत्तर तो बस टाइम पास प्रक्रिया है। सांसदों के कार्यों का असली लेखा-जोखा तो आगामी चुनाव में जनता द्वारा ही हो सकता है।