FIFA WC 2018 : डिएगो मेराडोना का रिकॉर्ड तोड़ना चाहते हैं मेस्सी
नई दिल्ली। रूस में 14 जून को फुटबॉल के महासमर की शुरुआत के साथ ही विश्व कप में नए रिकॉर्ड के बनने और पुराने रिकॉर्डों के टूटने का सफर भी शुरू हो जाएगा। रूस के 11 शहरों के 12 स्थलों पर होने वाले विश्व कप के दौरान कई रिकॉर्ड दांव पर लगे होंगे और इसमें सबसे बड़ा आकर्षण अर्जेंटीना के दिग्गज खिलाड़ी लियोनल मेस्सी होंगे जो विश्व कप में सर्वाधिक गोल करने वाले कप्तान बन सकते हैं।
विश्व कप में कप्तान के रूप में सर्वाधिक गोल का रिकॉर्ड अर्जेंटीना के महान खिलाड़ी और मेस्सी के पूर्व कोच डिएगो मेराडोना के नाम दर्ज है जो राष्ट्रीय टीम की अगुआई करते हुए विश्व कप में छ: गोल दाग चुके हैं। मेस्सी के पास रूस में इस रिकॉर्ड को तोड़ने का सुनहरा मौका होगा।
उनके नाम पर विश्व कप में पांच गोल दर्ज हैं जिसमें से चार उन्होंने 2014 में ब्राजील में कप्तान के तौर किए थे। यह दिग्गज खिलाड़ी अगर रूस में दो और गोल करता है तो मेराडोना की बराबरी कर लेगा जबकि तीन गोल के साथ वह इस रिकॉर्ड को तोड़े देंगे।
जर्मनी के स्टार थामस म्यूलर तीन विश्व कप में पांच या इससे अधिक गोल करने वाला पहला खिलाड़ी बनने के इरादे से उतरेंगे। म्यूलर के अलावा जर्मनी के हमवतन मिरोस्लाव क्लोसे और पेरू के तियोफिलो कुबिलास ही एक से अधिक विश्व कप में पांच या इससे अधिक गोल कर पाए हैं।
क्लोसे 16 गोल के साथ विश्व कप में सर्वाधिक गोल करने वाले खिलाड़ी हैं और म्यूलर उनसे छ: गोल पीछे हैं। मिस्र के गोलकीपर और कप्तान एसाम अल हदारी अगर रूस में विश्व कप मुकाबले के लिए उतरते हैं तो वह विश्व कप में खेलने वाले सबसे अधिक उम्र के खिलाड़ी बन जाएंगे।
हदारी की उम्र 45 साल और पांच महीने है जबकि पिछला रिकॉर्ड ब्राजील 2014 में कोलंबिया के फेरिड मोंड्रेगन ने बनाया था जो 43 साल और तीन दिन की उम्र में अपने देश का प्रतिनिधित्व करने उतरे थे। विश्व कप में उम्रदराज खिलाड़ियों के अलावा उम्रदराज कोच भी अपनी टीमों को मार्गदर्शन कर रहे हैं और अगर प्री क्वार्टर फाइनल में उरूग्वे और पुर्तगाल की टीमें आमने सामने होती हैं तो इनके कोच क्रमश: आस्कर तबारेज और फर्नांडो सांतोस कुल उम्र के मामले में नया विश्व रिकॉर्ड बनाएंगे।
उस समय इन दोनों कोचों की संयुक्त उम्र 135 साल और तीन महीने होगी और ये 133 साल और नौ महीने के मौजूदा रिकॉर्ड को तोड़ देंगे जो यूनान के ओटो रेहागेल और नाइजीरिया के लार्स लेगरबैक ने दक्षिण अफ्रीका में 2010 में बनाया था। राफा मार्कवेज भी मौजूदा टूर्नामेंट के सबसे उम्रदराज खिलाड़ियों की सूची में शामिल हैं और वे भी अपना नाम इतिहास में दर्ज कराने के करीब हैं।
मार्कवेज को अगर रूस में खेलने का मौका मिलता है तो वह पांच विश्व कप में खेलने वाले दुनिया के सिर्फ तीसरे और मैक्सिको के दूसरे खिलाड़ी बन जाएंगे। अब तक मैक्सिको के एंटोनियो कर्बाजल और जर्मनी के लोथार मथाउस ही यह उपलब्धि हासिल कर पाए हैं। इटली के जियानलुइगी बुफोन भी पांच विश्व कप में टीम का हिस्सा थे लेकिन फ्रांस में 1998 में हुए विश्व कप में उन्हें खेलने का मौका नहीं मिला था।
मार्कवेज की नजरें एक और रिकॉर्ड पर होगी और इस रिकॉर्ड के लिए उनके साथ पुर्तगाल के क्रिस्टियानो रोनाल्डो और आस्ट्रेलिया के टिम काहिल भी दावेदार होंगे। ये तीनों अगर रूस 2018 में गोल करते हैं तो चार विश्व कप में गोल करने वाले खिलाड़ियों की सूची में शामिल हो जाएंगे।
इससे पहले जर्मनी के युवे सीलर और क्लोस तथा ब्राजील के पेले ही यह उपलब्धि हासिल कर पाए हैं। अब तक मारियो जगालो और फ्रेंज बैकेनबायर ही खिलाड़ी और कोच दोनों के रूप में विश्व कप जीतने में सफल रहे हैं लेकिन अगर फ्रांस रूस में खिताब जीतने में सफल रहा तो दिदिएर डेस्चैंप्स का नाम भी इस सूची में शामिल हो जाएगा। डेस्चैंप्स की अगुआई में 1998 में फ्रांस ने अपनी सरजमीं पर खिताब जीता था। (भाषा)