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Last Modified: कजान , शनिवार, 7 जुलाई 2018 (14:04 IST)

FIFA WC 2018 : ब्राजील के कोच ने माना, उनकी टीम ने जीत का जज्बा नहीं दिखाया

FIFA WC 2018 : ब्राजील के कोच ने माना, उनकी टीम ने जीत का जज्बा नहीं दिखाया - brazil did not show the emotions for winning coach teete
कजान। पांच बार की विश्व कप चैंपियन ब्राजील के कोच टीटे बेल्जियम के हाथों क्वार्टर फाइनल में मिली हार से काफी सकते में हैं और उन्होंने कहा कि टीम ने इस मैच में जीत के लिए वह जज्बा ही नहीं दिखाया जिसकी अपेक्षा थी।

 
शुक्रवार रात खेले गए क्वार्टर फाइनल मुकाबले में पांच बार की चैंपियन ब्राजील को 2-1 से हराकर बेल्जियम ने 32 साल बाद विश्व कप के सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया था। फर्नांडिन्हो ने आत्मघाती गोल करते हुए बेल्जियम को बढ़त दिला दी थी जिसने ब्राजील को सबसे बड़ा झटका दिया।
 
मैच के 13 मिनट बाद फर्नांडिन्हो के कंधे से गेंद लगी और पोस्ट में पहुंच गई जबकि आधे घंटे बाद ही केविन डी ब्रुएन ने दूसरा गोल करते हुए बेल्जियम को 2-0 की बढ़त दिलाकर ब्राजील को शुरूआत में ही मुकाबले से लगभग बाहर कर दिया। ब्राजील के वैकल्पिक खिलाड़ी रेनाटो अगस्तो ने 76वें मिनट में हैडर की मदद से टीम के हार के अंतर को कम किया।
 
ब्राजील मैच में इतने दबाव में दिखी और वह बराबरी का गोल नहीं कर सकी। बेल्जियम ने इस जीत के साथ अंतिम-4 में फ्रांस के साथ मुकाबला तय कर लिया। ब्राजीली टीम ने मैच में गोल के कई अच्छे प्रयास किए लेकिन बेल्जियम गोलकीपर थिबाउट कोर्टिस ने उनका बचाव कर लिया। हालांकि कोच टीटे ने टीम के खराब प्रदर्शन के लिए खिलाड़ियों को ही लताड़ा है और इसके पीछे किस्मत की बात से इंकार किया है।
 
उन्होंने कहा कि फुटबॉल में कुछ भी स्थाई नहीं होता है लेकिन मुझे यहां किस्मत की बात करना अच्छा नहीं लगता। यदि हम किस्मत की बात करते हैं तो साफ है कि हम विपक्षी टीम के प्रयासों को कम कर रहे हैं। मैं किस्मत में विश्वास नहीं करता। क्या मैं कहूं कोर्टिस की किस्मत अच्छी थी, नहीं वह कमाल का खेल रहे थे। उनके बचाव कमाल के थे और आप कुछ नहीं कर सकते। बेल्जियम ने बहुत प्रतिस्पर्धी और प्रभावशाली खेल दिखाया।
 
टीटे ने कहा कि दुर्घटनाएं, अचानक कोई स्थिति पैदा होने जैसी चीजें होती हैं और इस मैच में ऐसा कई बार हुआ। यह कहना दुखद है। लेकिन मैं बेल्जियम को कम नहीं कह सकता क्योंकि वह जबरदस्त थी। लेकिन हमारे लिए मौके बहुत निर्दयी रहे। हमारे लिए इसे स्वीकार करना बहुत मुश्किल है लेकिन यह सच है।
 
वर्ष 2016 के मध्य में ब्राजील का कोच पद संभालने वाले टीटे के लिए यह प्रतिस्पर्धी अंतरराष्ट्रीय मैचों में पहली हार है और ओवरऑल दूसरी। यह भी पहला मौका है जब ब्राजील ने किसी मैच में दो गोल खाए हैं जबकि क्वार्टर फाइनल से पूर्व मौजूदा विश्वकप में उसके खिलाफ कोई टीम केवल एक ही गोल कर सकी थी जबकि ब्राजील के आखिरी 25 मैचों में केवल छह ही गोल उसके खिलाफ हुए हैं। 
 
बेल्जियम के खिलाफ भी मैच में ब्राजील ने विपक्षी टीम पर काफी दबाव बनाया था और दूसरे हॉफ में वैकल्पिक डगलस कोस्टा और रेनाटो अगस्तो ने बेल्जियम रक्षापंक्ति को भेदने का अच्छा प्रयास किया। टीटे ने लेकिन अपनी टीम की आलोचना में कोई कमी नहीं बरती जबकि ब्राजील ने गोल पर 26 शॉट किए जबकि बेल्जियम ने केवल आठ।
 
कोच ने कहा कि हमें मैच के दो तिहाई हिस्से में बढ़त थी। लेकिन बेल्जियम मौकों को भुना सका। मैं नहीं कह सकता कि यह शानदार मैच था। लेकिन यह दो प्रभावशाली टीमों के बीच मैच था। इस दर्द और कड़वाहट के साथ मैं मैच के बारे में कुछ नहीं कह सकता हूं। हां, जिन लोगों को फुटबॉल पसंद है उनके लिए यह अच्छा मैच होगा। (वार्ता)
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