Papamochani Ekadashi Vrat 2025: पापमोचनी एकादशी का व्रत चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को रखा जाता है। इस व्रत को करने से सभी पापों से मुक्ति मिलती है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है। इस व्रत से सभी प्रकार के पापों का नाश होकर अंत में मोक्ष प्राप्त होता है। इस बार 25 मार्च, 2025, मंगलवार को यह व्रत रखा जा रहा है। यह दिन भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त करने के लिये बहुत खास माना गया है...।
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आइए जानते हैं पापमोचनी एकादशी व्रत के दिन की 20 विशेष जानकारी..
1. पापमोचनी एकादशी व्रत के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
2. भगवान विष्णु की प्रतिमा या चित्र को एक चौकी पर स्थापित करें।
3. भगवान विष्णु को पीले फूल, फल, धूप, दीप और नैवेद्य अर्पित करें।
4. भगवान विष्णु के मंत्रों का जाप करें।
5. पापमोचनी एकादशी व्रत कथा का पाठ करें या सुनें।
6. दिन भर उपवास रखें और शाम को भगवान विष्णु की आरती करने के बाद फलाहार करें।
7. अगले दिन ब्राह्मणों को भोजन कराएं और दान-दक्षिणा दें।
8. भगवान विष्णु के मंदिर में जाएं।
9. भगवान विष्णु के मंत्रों का जाप करें।
10. गरीबों और जरूरतमंदों को दान करें।
11. विष्णु पुराण का पाठ करें।
12. तामसिक भोजन का सेवन न करें।
13. सभी प्रकार के नशे से दूर रहें।
14. किसी भी जीव-जंतु को नुकसान न पहुंचाएं।
15. आज के दिन झूठ न बोलें, किसी को धोखा न दें।
16. किसी पर भी क्रोध, गुस्सा न करें और मन को शांत रखें।
17. मान्यतानुसार पापमोचनी एकादशी का व्रत करने से व्यक्ति को सभी पापों से मुक्ति मिलती है।
18. इस व्रत को करने से भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है।
19. इस व्रत को करने से कई प्रकार के रोगों से मुक्ति मिलती है।
20. यह व्रत मानसिक शांति और स्थिरता प्रदान करके आध्यात्मिक विकास में मदद करने वाला माना गया है। मान्यता है कि इस व्रत को विधिपूर्वक करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है।
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