WorldcupFinal : भारतीय कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) चाहते हैं कि उनके साथी खिलाड़ी रविवार को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होने वाले विश्व कप फाइनल में वैसा ही खेल दिखाएं जो वे पिछले 6 हफ्तों से दिखा रहे हैं और अपनी भावनाओं पर काबू रखें। उन्होंने कहा कि चेंजिंग रूम में हंसी मजाक चल रहा है लेकिन कुछ तनाव भरे चेहरे भी हैं। मैं यह बात छुपाऊंगा नहीं लेकिन यह सामान्य चीज है।
रोहित ने संभवत: अपने करियर के बड़े दिन से पहले कहा, देखिये, भावनात्मक रूप से यह बड़ी चीज है, बड़ा मौका है। इसमें कोई शक नहीं। क्योंकि आपकी जो कड़ी मेहनत और सपने हैं, वो इसी के लिए हैं। और कल, यह दिन हमारे सामने होगा।
उन्होंने कहा कि लेकिन पेशेवर खिलाड़ियों के लिए सबसे बड़ी चुनौती यही होती है कि आप किस तरह इन सबको अलग रखकर अपने काम पर ध्यान लगाते हो। इसलिये मेरे साथ कल मैदान पर खेलने वाले अन्य 10 खिलाड़ियों का ध्यान इसके बारे में सोचने के बजाय टीम के लिए अपने काम पर लगा होगा, यह मेरी जिंदगी का बड़ा क्षण है।
वह नहीं बता सकते कि मैदान पर उनके साथ उतरने वाले अन्य 10 खिलाड़ी अंदर से कैसा महसूस कर रहे हैं।
पर रोहित ने यह भी स्वीकार किया कि यह कहना जितना आसान है, करना उतना मुश्किल क्योंकि अवचेतन मन अपनी भूमिका निभाता है।
उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से यह बड़ा दिन है। इसमें कोई शक नहीं। दिमाग में यह चलता रहेगा। आप इसे छुपा नहीं सकते। लेकिन इस तरह की परिस्थितियों में शांत बने रहना बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि अगर आप शांत और संयमित हो तो आप अपनी भूमिका अच्छी तरह निभा सकते हो। आप दबाव भरे हालात में अच्छे फैसले ले सकते हो।
उन्होंने कहा कि मेरे लिये यह बड़ा टूर्नामेंट है, 50 ओवर का विश्व कप। बचपन से ही मैं 50 ओवर का विश्व कप देखकर बड़ा हुआ हूं। मेरे लिये यह बड़ा क्षण है। लेकिन मैं जानता हूं कि मुझे इस पर ध्यान लगाना होगा कि मेरी टीम मुझसे क्या चाहती है। मैं बाकी चीजों को अलग रखना चाहता हूं।
कप्तान की सलाह हमेशा मान ली जाती है लेकिन वह नहीं जानते कि अन्य खिलाड़ियों के अंदर किस तरह का तू्फान चल रहा है।
उन्होंने कहा कि मैं नहीं बता सकता कि वे अंदर से कैसा महसूस कर रहे हैं क्योंकि मैं उनके साथ 24 घंटे नहीं बता रहा हूं। इसलिये मैं नहीं जानता कि प्रत्येक खिलाड़ी कैसा महसूस कर रहा है। लेकिन वह एक चीज जानते हैं कि दबाव लगातार रहता है।
उन्होंने कहा कि भारतीय क्रिकेटर के तौर पर आपको दबाव से निपटना होता है। यह लगातार बना रहता है। आज हम खेल रहे हैं, कल कोई और खेलेगा, परसों कोई और खेलेगा। उन्हें इस तरह के दबाव, आलोचना और हर चीज से निपटना होगा। कुछ खिलाड़ी शांत हैं जबकि कुछ तनाव में हैं।
उन्होंने कहा कि चेंजिंग रूम में हंसी मजाक चल रहा है लेकिन कुछ तनाव भरे चेहरे भी हैं। मैं यह बात छुपाऊंगा नहीं लेकिन यह सामान्य चीज है। इसलिये यह खेल इतना रोमांचक है क्योंकि आप सभी तरह की अलग भावनायें देखते हो। भाषा Edited by : Sudhir Sharma