भारतीय जीत में कुंबले का योगदान
अनिल कुंबले का भारत को मैच जिताने में अहम योगदान रहा है। करीब दो दशक के अपने लंबे करियर में भारत की जीत में कुंबले ने 279 विकेट लिए हैं। इन 41 मैचों में उनका औसत 18.41 का रहा है। उनके बाद ऑफ स्पिनर हरभजनसिंह हैं जिन्होंने कुंबले से आधे विकेट हासिल किए हैं। हरभजन ने भारत को 25 मैचों में जीत दिलाई हैं जिनमें उन्होंने 21.08 की औसत से 131 विकेट लिए हैं। इस सूची में इन दोनों के बाद भागवत चंद्रशेखर (14 मैच, 98 विकेट), बिशनसिंह बेदी (17 मैच, 97 विकेट) और कपिल देव (24 मैच, 90 विकेट) हैं। यादगार विकेट1 :
इंग्लैंड के एलन लैंब को मैनचेस्टर (अगस्त-1990) में संजय मांजरेकर के हाथों कैच कराया।50 :
जिम्बाब्वे के एलिस्टर कैम्पबेल को दिल्ली में मार्च 1993 में प्रवीण आमरे के हाथों कैच कराया।100 :
न्यूजीलैंड के मार्टिन क्रो को बंगलोर में (अक्टूबर 1995) सचिन तेंडुलकर के हाथों कैच कराया।150 :
वेस्टइंडीज के एस. विलियम्स को किंग्स्टन (मार्च 1997) में बोल्ड किया।200 :
जिम्बाब्वे के एम. मंगवा को हरारे (अक्टूबर 1998) में नयन मोंगिया के हाथों स्टंपिंग कराया।250 :
न्यूजीलैंड के मैथ्यू हॉर्न को कानपुर (अक्टूबर 1999) में पगबाधा आउट किया।300 :
इंग्लैंड के मैथ्यू होगार्ड को बंगलोर (दिसंबर 2001) में पगबाधा आउट किया।350 :
न्यूजीलैंड के जैकब ओरम को अहमदाबाद (अक्टूबर 2003) में राहुल द्रविड़ के हाथों कैच कराया।400 :
ऑस्ट्रेलिया के साइमन कैटिच को बंगलोर (अक्टूबर 2004) में बोल्ड किया।450 :
पाकिस्तान के मोहम्मद सामी को मोहाली (मार्च 2005) में अपनी ही गेंद पर कैच किया।500 :
इंग्लैंड के स्टीव हार्मिसन को मोहाली (मार्च 2006) में पगबाधा आउट किया।550 :
बांग्लादेश के खालिद मसूद को ढाका (मई 2007) में महेंद्रसिंह धोनी के हाथों कैच कराया।600 :
ऑस्ट्रेलिया के एंड्रयू साइमंड्स को पर्थ (जनवरी 2008) में द्रविड़ के हाथों कैच कराया।