छत्तीसगढ़ में शराब की दुकानों पर टूटी भीड़, सोशल डिस्टेंसिंग की उड़ी धज्जियां
छत्तीसगढ़ में लॉकडाउन के तीसरे चरण में आज से शराब की दुकानें खुल गई है। लगभग डेढ़ महीने बाद सुबह 8 बजे से खुली शराब की दुकानों पर भारी भीड़ देखने को मिल रही है। राज्य के कई जिलों में इस दौरान पुलिस को भीड़ को काबू में करने के लिए काफी मशक्कत करना पड़ रहा है।
सुबह से ही शराब की दुकानों के बाहर लंबी लंबी लाइनें देखी जा रही है इस दौरान कई जगहों पर सोशल डिस्टेंसिंग की नियमों को धज्जियां उड़ती हुई दिखाई दी। राजधानी रायपुर, राजनांदगांव और दुर्ग सहित कई इलाकों से ऐसी तस्वीरें सामने आ रही है जो आने वाले समय में लोगों को बड़ी मुश्किलों में डाल सकते है।
इससे पहले केंद्र सरकार की गाइडलाइन के मुताबिक राज्य सरकार ने रविवार को प्रदेश में शराब की दुकानें खोले जाने की परमिशन दे दी थी। लॉकडाउन के चलते सरकार ने प्रति व्यक्ति शराब की बिक्री की सीमा तय कर दी है। जिसके तहत प्रति व्यक्ति शराब की दो बोतल और बीयर की चार बोतल की सीमा तय की गई है।
होम डिलीवरी की भी तैयारी- शराब की दुकानों पर भीड़ कम करने के लिए सरकार होम डिलीवरी की सुविधा भी देने की तैयारी राज्य सरकार कर रही है। इसके लिए डिलीवरी बॉय की नियुक्ति प्लेसमेंट एजेंसी के जरिए की जाएगी। हलांकि अभी शराब की होम डिलीवरी पर कोई आखिरी निर्णय नहीं हो सका है।
वहीं लॉकडाउन के बीच सरकार के शराब की दुकानें खोले जाने के निर्णय पर अब सियासत भी तेज हो गई है। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार निवाला से ज्यादा प्याला की चिंता कर रही है। उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर निशाने पर लेते हुए कहा कि शराबबंदी की मांग करने वाले मुख्यमंत्री को खुद के आईने पर खुद का चेहरा एक बार देखना चाहिए