नौसेना ने एक बयान में कहा कि भारतीय नौसेनिक पोत जलाश्व (प्लेटफॉर्म डॉक) तथा ऐरावत, शार्दुल और मगर (लैंडिंग शिप टैंक) ने इस अभियान में भाग लिया जो 55 दिन तक चला और इसमें समुद्र से 23 हजार किलोमीटर से अधिक दूरी तय की गई।
अभियान के तहत मालदीव के माले से पांच जहाजों में भारतीयों को वापस लाया गया, वहीं ईरान के बंदर अब्बास तक दो तथा श्रीलंका के कोलंबो तक एक जहाज का परिचालन किया गया।

इसमें बताया गया कि व्यापक योजना के साथ कदम उठाए गए और जहाजों के परिचालन वातावरण के लिहाज से विशेष चिकित्सा और सुरक्षा प्रोटोकॉल अपनाए गए। (भाषा)
चित्र सौजन्य : स्पोक्सपर्सन नेवी / ट्विटर