केजरीवाल बोले- ऑक्सीजन की कमी से अपनों को खोने वालों को झूठा मत कहिए
नई दिल्ली। ऑक्सीजन ऑडिट रिपोर्ट के आधार पर भाजपा के 4 गुना झूठ संबंधी आरोपों का जवाब देते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जिन लोगों ने ऑक्सिजन की कमी से अपनों को खोया है। उन्हें झूठा मत कहिए, उन्हें बहुत बुरा लग रहा है।
केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा कि मेरा गुनाह-मैं अपने 2 करोड़ लोगों की साँसों के लिए लड़ा। जब आप चुनावी रैली कर रहे थे, मैं रात भर जग कर Oxygen का इंतज़ाम कर रहा था।
इस ट्वीट में उन्होंने कहा कि लोगों को ऑक्सिजन दिलाने के लिए मैं लड़ा, गिड़गिड़ाया। लोगों ने ऑक्सिजन की कमी से अपनों को खोया है। उन्हें झूठा मत कहिए, उन्हें बहुत बुरा लग रहा है।
उल्लेखनीय है कि कुछ मीडिया खबरों के अनुसार, सुप्रीम कोर्ट की एक पैनल ने अपनी अंतरिम रिपोर्ट में कहा है कि दिल्ली सरकार ने कोरोना संकट के पीक पर जरूरत से 4 गुना ज्यादा ऑक्सीजन की डिमांड की। इससे 12 राज्यों की सप्लाई पर असर पड़ा।
रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली सरकार ने कोरोना की दूसरी लहर के समय केंद्र से 1,140 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की मांग की थी। ये दिल्ली की जरूरत से 4 गुना ज्यादा है। दिल्ली में उस समय जितने ऑक्सीजन बेड थे, उसके हिसाब से दिल्ली को 289 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की ही आवश्यकता थी।
इस पर भाजपा नेता संबित पात्रा ने कहा कि दिल्ली के अस्पतालों में ऑक्सीजन के कारण कई लोगों ने अपनी जान गंवाई, इसके लिए अरविंद केजरिवाल जी जिम्मेदार हैं। हम आशा करते हैं सर्वोच्च न्यायालय में वो जिम्मेदार ठहराए जाएंगे और जो अपराध उन्होंने किया है, उसके लिए उन्हें दंडित किया जाएगा।
पात्रा ने कहा कि केजरीवाल सरकार ने 4 गुना ज्यादा ऑक्सीजन की जरूरत बताई, इससे ऑक्सीजन टैंकर सड़क पर खड़े रहे। अगर ये ऑक्सीजन दूसरे राज्यों में उपयोग होती तो कई लोगों की जान बच सकती थी।
इधर उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने दिल्ली के अपनी ऑक्सीजन की जरूरत को बढ़ाने के दावे पर कहा कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित ऑक्सीजन ऑडिट पैनल के सदस्यों ने किसी भी रिपोर्ट को हरी झंडी नहीं दी है।
उन्होंने कहा कि देश में कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान दिल्ली के ऑक्सीजन की जरूरत बढ़ा-चढ़ा कर बताने का दावा करने वाली रिपोर्ट भाजपा ने तैयार की है, उच्चतम न्यायालय द्वारा गठित ऑक्सीजन ऑडिट पैनल ने नहीं।