इंदौर। खुशियों का कारवाँ इंदौर में निरंतर आगे बढ़ रहा है। जिले में सफलतापूर्वक इलाज के पश्चात मरीजों को डिस्चार्ज करने का सिलसिला जारी है। जिले में बुधवार तक सफल इलाज के पश्चात डिस्चार्ज किए गए मरीजों की संख्या सवा छ: सौ से अधिक हो गई है। आज 4 अस्पतालों से 134 मरीज डिस्चार्ज किए गए। इनमें अरबिंदो 100, इंडेक्स के 21, एमटीएच के 6 मरीज तथा चोईथराम अस्पताल के 7 मरीज शामिल हैं।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय द्वारा जारी कोरोना बुलेटिन के अनुसार 5 मई तक 491 और 6 मई को 134 मरीजों को डिस्चार्ज किया। इस तरह अब तक 625 मरीज डिस्चार्ज हो चुके है। बुलेटिन के अनुसार संस्थागत क्वारेंटाइन सेंटरों से 1 हजार 653 व्यक्तियों को डिस्चार्ज किया गया है।
अरबिंदों अस्पताल से आज 100 मरीज डिस्चार्ज हुए। मरीजों ने अस्पताल परिसर में पौधारोपण किया। डिस्चार्ज हुए मरीजों में कोरोना महामारी को परास्त करने का अपार उत्साह था और उनकी देखभाल कर उन्हें स्वस्थ करने के लिए सहयोगियों के प्रति असीम कृतज्ञता का भाव भी था।
प्रदीप जोशी ने कहा कि हमने सुना था कि डॉक्टर ईश्वर स्वरूप होते हैं। इलाज के दौरान हमने यह सच में महसूस किया कि डॉक्टर ईश्वर तुल्य हैं। इलाज के दौरान हमारी ऐसी देख-रेख की गई, जो घर में भी नहीं हो सकती थी। हम सोते रहते और स्टॉफ जगता रहता था। इलाज में कोई कसर नहीं रखी गई।
इसी तरह अंकित नीमा ने भी सभी का धन्यवाद देते हुए कहा कि हमारी देख-भाल परिजन समझकर की गई। प्रियल जैन, साक्षी दुबे, नाजमा और अताउल्ला ने भी सभी का दिल से शुक्रिया अदा किया।
इंडेक्स से आज डिस्चार्ज मरीजों में शिक्षक नगर में रहने वाली किरण चौहान, मनीषा चौहान, शैलेश चौहान तथा राजेश चौहान भी बेहद खुश है। किरण का कहना है कि अस्पताल में उन्हें घर जैसा वातावरण मिला, इलाज सहित अन्य सभी जरूरी सुविधाएं मिली, अस्पताल स्टॉफ का सहयोग भी मिला, हमारा नि:शुल्क इलाज हुआ।
महू में पदस्थ आरक्षक सुबोध सिंह चौधरी ने बताया कि उन्हें ड्यूटी के दौरान गत 9 अप्रैल को कोरोना के लक्षण दिखाई दिए। इसके बाद वह क्वारेंटाइन में रहकर जरूरी इलाज लेने लगे। गत 23 अप्रैल को पॉजिटिव रिपोर्ट आई। इसके बाद मैं अस्पताल में भर्ती हुआ। अस्पताल में इलाज के दौरान कोई समस्या नहीं आई। सभी का बेहतर सहयोग था। आज मैं पूरी तरह स्वस्थ्य होकर डिस्चार्ज हो रहा हूं।
एमटीएच हॉस्पिटल अस्पताल से 6 मरीज स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हुए। आज मोहम्मद यूनुस, अब्दुल रऊफ, सुरेंद्र पहाड़िया, गुरुमुख सिंह, रमेश चाँद एवं शिवप्रसाद दुबे कोरोना की जंग जीतकर अपने घर रवाना हुए।
अस्पताल के प्रोफेसर ऑफ मेडिसिन एवं एचओडी डॉ. वीपी पांडे ने बताया कि एमटीएच अस्पताल में 17 अप्रैल से कोविड पॉजिटिव मरीजों का इलाज चल रहा था। उन्होंने बताया कि आज जो व्यक्ति डिस्चार्ज होकर अपने घर जा रहे हैं, उनकी हर तरीके से जांच और रिपोर्ट नेगेटिव आने के उपरांत उन्हें डिस्चार्ज किया गया है।
डॉ. पांडे ने कहा कि स्वस्थ होकर घर जा रहे व्यक्ति निश्चित तौर पर समाज में कोरोना के डर को नियंत्रण करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। वे ना केवल स्वयं सावधानी से रहेंगे, बल्कि औरों को भी इस महामारी से बचने के लिए रखी जाने वाली आवश्यक सावधानियों से अवगत कराएंगे।
डॉ. सुमित शुक्ला ने बताया कि जो व्यक्ति डिस्चार्ज हुए हैं, उन्हें समझाया गया है कि किस तरह से उन्हें होम क्वारेन्टाइन रहना, मास्क, सेनेटाइजर का उपयोग करना और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना है। डॉ. शुक्ला ने बताया है कि एमटीएच में अभी 100 से अधिक मरीज उपचाररत हैं। इन सभी का स्वास्थ्य तेजी से बेहतर हो रहा है।