प्रीति जिंटा : आर्थिक संपन्नता मिलेगी
सूर्य आराधना बनाएगी वर्ष को सफल
प्रीति जिंटा का जन्म 31 जनवरी 1975 को हुआ। कुंडली के अनुसार उस समय जो नक्षत्र चल रहा था वह प्रीति को धनवान बनाता है। कुंडली में सूर्य की स्थिति भाग्य में वृद्धि कराती है। जन्म के समय सूर्य मकर राशि पर विराजमान था, जोकि लोभी स्वभाव भी देता है। चंद्र धार्मिक प्रवृत्ति का बनाता है एवं ऐश्वर्य सुख प्रदान करता है। तुला का चंद्रमा प्रीति को उच्च स्थान पर पहुँचाएगा साथ ही आर्थिक सपन्नता भी देगा। कुंडली में मंगल, गुरु की राशि धनु में विराजमान है, जो कि प्रसिद्धि दिलाता है। ख्याति फैलाता है। बुध की स्थिति फिल्मों में अच्छी प्रतिष्ठा दिलाती है। बुध के प्रभाव के कारण ही आप स्वतंत्र विचारों वाली है। गुरु जिस राशि पर विराजमान है वह सुखी बनाता है। साथ ही अच्छे के साथ अच्छा और बुरे के साथ बुरा व्यवहार करने वाला भी बनाता है।शुक्र मध्यम भाग्य प्रदान करता है। शनि उच्च स्थान पर पहुँचाने में मददगार साबित होगा व ख्याति बढ़ाएगा। राहु की स्थिति पसली से संबंधित तकलीफ दे सकती है। केतु मन को संकीर्ण बनाता है। प्रीति का जन्म सूर्य की महादशा में हुआ है। जिसका भोग्यकाल 2 वर्ष 3 माह 14 दिन रहा। वर्तमान में राहु की महादशा चल रही है जो 15-5-1994 से 15-5-2012 तक रहेगी। राहु की दशा में चंद्र की अंतर्दशा चल रही है जो कि 26-10-2009 से 27-4-2011 तक रहेगी।
इसके बाद मंगल की अंतर्दशा 15-5-2012 तक रहेगी। वर्तमान में राहु की महादशा में चंद्र की अंतर्दशा चल रही है जो 30-12-2010 से 30-3-2011 तक रहेगी एवं सूर्य की प्रत्यंतर दशा 27-4-2011 तक रहेगी। प्रीति को बुधवार के दिन नई फिल्में साइन करना चाहिए एवं बड़े डायरेक्टर से मिलना चाहिए। दिनांक 4, 9,14 को इसी के साथ गुरुवार को लंबी यात्रा एवं बड़े बैनर की फिल्म साइन नहीं करना चाहिए। जिस दिन धनु राशि पर चंद्रमा हो उस दिन लंबी यात्रा पर न जाएँ। फरवरी में लिया गया निर्णय लाभप्रद रहेगा। मार्च तक लेन-देन में सावधानी रखें। विरोध व संघर्ष के साथ समय व्यतीत हो सकता है। मई तक कार्य में वृद्धि होगी। सितंबर तक सामान्य समय रहेगा। सूर्य की आराधना करने से वर्ष 2011 सफल रहेगा। अक्टूबर से दिसंबर 2011 का समय अच्छा रहेगा। पुखराज व पन्ना धारण करना लाभदायी रहेगा।