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अनुष्का शर्मा की यशराज फिल्म्स के साथ ‘बैंड बाजा बारात’ के रूप में यह तीसरी फिल्म है। इसी बैनर ने ‘रब ने बना दी जोड़ी’ के जरिये अनुष्का को लांच किया था और ‘बदमाश कंपनी’ उनकी दूसरी फिल्म थी। इस फिल्म के जरिये रणवीर सिंह को बतौर हीरो लांच किया जा रहा है।
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फिल्म के नाम से ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि इसकी कहानी शादी के इर्दगिर्द घूमती है। श्रुति (अनुष्का शर्मा) की उम्र होगी बीस के आसपास। वह दिल्ली के एक मध्यमवर्गीय परिवार से है। कॉलेज के फाइनल ईयर में है और जिंदगी में उसका लक्ष्य स्पष्ट है। बिट्टो (रणवीर सिंह) दिल्ली यूनिवर्सिटी का अंतिम वर्ष का छात्र है। वह सिर्फ मौज-मस्ती करना जानता है और किसी भी चीज के प्रति गंभीर नहीं है।
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संयोग से दोनों मिलते हैं और बिजनेस पार्टनर बन जाते हैं। ’वेडिंग प्लानिंग का बिजनेस’ शुरू करते हैं। बिजनेस शुरू करने के पहले वे कुछ नियम बनाते हैं, जिसमें सबसे प्रमुख रहता है ‘जिससे व्यापार करो, उससे कभी ना प्यार करो’। यानी दोनों दोस्ती से आगे नहीं बढ़ेंगे।
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दिल्ली की भव्य शादियों के साथ दोनों की दोस्ती और बिजनेस में कई उतार-चढ़ाव आते हैं। दोनों को एक-दूसरे को नजदीक से जानने के अवसर मिलता है और उनके खुद के रूल्स की बैंड बज जाती है।