जय और वीरू का नाम लेते ही अमिताभ बच्चन और धर्मेन्द्र की याद आना स्वाभाविक है। इन दोनों ने ‘शोले’ में जय और वीरू के जो किरदार निभाए थे, वो लोगों को अब तक याद है।
निर्देशक पुनीत सिरा ने जब दो दोस्तों की कहानी पर फिल्म बनाने का निश्चय किया तो उन्हें जय और वीरू के नाम ही याद आए और उन्होंने फिल्म का नाम ‘जय वीरू’ रख दिया। इस फिल्म में जय बने हैं फरदीन खान और वीरू बने हैं कुणाल खेमू।
बात की जाए कहानी की, तो जय और वीरू बेहद अच्छे दोस्त थे। लेकिन अब उनकी दोस्ती दुश्मनी में बदल गई। दोनों एक-दूसरे से नफरत करते हैं। एक शख्स और है जो उनसे भी ज्यादा उनसे नफरत करता है। उसका नाम है तेजपाल (अरबाज खान)। तेजपाल दोनों को खत्म कर देना चाहता है।
PR
परिस्थितियाँ कुछ ऐसी पैदा होती हैं कि जय और वीरू को साथ भागना पड़ता है। यदि वे एक-दूसरे की हत्या नहीं करें, तभी जिंदा रह सकते हैं।
क्या वे बच पाएँगे? क्या उनकी दुश्मनी फिर से दोस्ती में बदल पाएगी? जानने के लिए देखना होगी ‘जय वीरू’।