राणा दग्गुबाती ने दर्शकों से 'हाथी मेरे साथी' को थिएटर में देखने का किया आग्रह
एरोस इंटरनेशनल की आगामी फिल्म 'हाथी मेरे साथी' हर मायने में सिनेमाई उत्कृष्टता का उदाहरण है। राणा दग्गुबाती, पुलकित सम्राट, श्रिया पिलगांवकर और जोया हुसैन सहित अन्य तारांकित कलाकारों के अलावा, प्रसिद्ध फिल्म निर्माता व वाइल्डलाइफ एक्सपर्ट प्रभु सोलोमन द्वारा निर्देशित है और फ़िल्म के लिए शांतनु मोइत्रा ने संगीत की रचना की है।
फिल्म के अनुभव को अधिक उच्च स्तर पर पहुंचाने में रेसुल पुकुट्टी के बैकग्राउंड स्कोर और एआर अशोक कुमार की सिनेमैटोग्राफी का कमाल है। पूरी फिल्म को केरला और थाईलैंड के गहरे घने जंगलों में फिल्माया गया है। और, असली हाथियों के साथ वास्तविक लोकेशन, फिल्म का मुख्य आकर्षण है।
राणा, जो एक फिल्मी परिवार से है और जिन्होंने फिल्म निर्माण के कई पहलुओं को करीब से देखा है, उनका कहना है कि हाथी मेरे साथी एक ऐसी फिल्म है जिसका सिनेमाघरों में आनंद लेना चाहिए। यह कहते हुए कि फिल्म थिएटर में देखने योग्य है, राणा कहते हैं, हाथी मेरे साथी की कहानी बेहद गहन है। फ़िल्म में भावनाओं का बवंडर है और एक ऐसी फिल्म है जो केवल बड़े पर्दे पर महसूस की जा सकती है।
सिनेमाघरों के बारे में बात करते हुए राणा ने कहा, दक्षिण की जिन फिल्मों को लॉकडाउन के बाद रिलीज़ किया गया है, उन्होंने बॉक्स ऑफिस पर जबरदस्त प्रदर्शन किया है। थिएटर सख्त कोविड प्रोटोकॉल के तहत काम कर रहे हैं और दर्शकों ने भी पूरी गंभीरता के साथ दिशानिर्देशों का पालन किया है। दक्षिण की फिल्मों ने बॉक्स ऑफिस पर शानदार प्रदर्शन किया है और राणा को पूरा यकीन है कि उत्तर बॉक्स ऑफिस भी इसी राह पर चलेंगे। वह कहते हैं, साउथ इंडस्ट्री की तरह, मुझे दृढ़ता से लगता है कि हमारी फिल्म में हिंदी दर्शकों को सिनेमाघरों तक लाने की क्षमता है।
राणा कहते हैं, हाथी मेरे साथी की सिनेमाई प्रतिभा के बारे में बात करें तो, अकादमी पुरस्कार विजेता साउंड डिज़ाइनर रेसुल पुकुट्टी ने इस जंगल ड्रामा के लिए एक विश्व स्तरीय बैकग्राउंड स्कोर दिया है। एक लैपटॉप या एक मोबाइल फोन उस साउंड अनुभव के साथ न्याय नहीं कर सकता है, जिसे रेसुल ने बनाया है।
हाथी मेरे साथी एक ऐसी कहानी है जो एक आदमी (राणा दग्गुबाती) की कहानी का पता लगाती है, जो इकोसिस्टम की रक्षा करते हुए अपना अधिकांश जीवन जंगल में बिताता है। यह एक आदमी और एक हाथी के बीच रिश्ते की एक अंतहीन कहानी है जिसका दर्शकों को बेसब्री से इंतजार है। 2021 की पहली त्रिभाषी फिल्म, तेलुगु में अरन्या और तमिल में कादान नाम से रिलीज़ होगी। यह पैन-इंडिया बहुभाषी फिल्म 26 मार्च 2021 को सिनेमाघरों में रिलीज होगी।