इरफान खान संग तुलना पर नवाजुद्दीन सिद्दीकी बोले- अपनी राह खुद बना रहा हूं
नवाजुद्दीन सिद्दीकी भारतीय सिनेमा में प्रतिभा और उत्कृष्टता के प्रतीक बन चुके हैं। उन्होंने गैंग्स ऑफ वासेपुर में फैजल खान की दमदार भूमिका से लेकर द लंचबॉक्स में अपनी संवेदनशील अदाकारी तक, हर किरदार में अपनी काबिलियत साबित की है।
सेक्रेड गेम्स के गणेश गायतोंडे की खौफनाक भूमिका हो या मंटो में मंटो के जज़्बातों को उकेरने वाला अभिनय— हर बार नवाज़ुद्दीन ने अपनी बेमिसाल प्रतिभा का परिचय दिया है। उनके अभिनय में गहराई और विविधता इतनी जबरदस्त है कि हर परफॉर्मेंस एक मास्टरक्लास की तरह लगती है, जिससे दर्शक मंत्रमुग्ध हो जाते हैं।
नवाजुद्दीन की एक्टिंग न केवल आलोचकों की सराहना पाती है, बल्कि उन्होंने अपनी कला के जरिए एक वैश्विक प्रशंसक वर्ग भी बनाया है। जब उनसे दिवंगत अभिनेता इरफ़ान ख़ान से तुलना के बारे में पूछा गया— जो ख़ुद अपने शानदार अभिनय के लिए पूरी दुनिया में मशहूर थे— तो नवाज़ुद्दीन ने साफ शब्दों में कहा, मैं अपने जैसे काम करने को आया हूं, मैं किसी के जैसा काम करने को नहीं आया हूं। ऑफ़ कोर्स, वह एक महान अभिनेता थे, लेकिन मुझे अपनी पहचान बनानी है।
यह बयान उनकी कला के प्रति समर्पण और अपनी अलग पहचान बनाने की उनकी दृढ़ इच्छाशक्ति को दर्शाता है। नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी का सफर एक छोटे से गांव से निकलकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाने तक— उनकी मेहनत, टैलेंट और संघर्ष की कहानी है। उन्होंने न केवल इरफ़ान ख़ान जैसे कलाकारों की विरासत को आगे बढ़ाया है, बल्कि अपनी एक अलग पहचान भी बनाई है।
हर किरदार के साथ नवाज़ुद्दीन साबित करते हैं कि वह सिर्फ़ एक अभिनेता नहीं, बल्कि एक सच्चे दिग्गज कलाकार हैं, जिनका काम आने वाली पीढ़ियों तक याद किया जाएगा। दर्शकों की उम्मीदों का भार अपने कंधों पर लेकर भी अपनी मौलिकता को बनाए रखना ही उन्हें सिनेमा की दुनिया का एक अमर कलाकार बनाता है।