जब 'राम तेरी गंगा मैली' के लिए ऑडिशन देने पहुंचीं 'रामायण' की सीता, राजकपूर ने वापस भेज दिया घर
Dipika Chikhlia birthday: साल 1986 में रामानंद सागर के 'रामायण' में सीता का रोल निभाकर एक्ट्रेस दीपिका चिखलिया ने जबरदस्त लोकप्रियता हासिल की है। यह किरदार निभाने के बाद एक वक्त ऐसा भी आया था कि जब लोग दीपिका को पूजने लगे थे। वो जहां भी जाती सभी उन्हें मां सीता कहकर बुलाते थे।
पर्दे पर माता सीता का किरदार निभाने के बाद दीपिका चिखलिया को अपनी इमेज मेंटेंन रखने के लिए कई बड़ी फिल्मों से हाथ भी धोना पड़ा था। इन्हीं में से एक फिल्म राजकपूर की 'राम तेरी गंगा मैली' भी थी। 'राम तेरी गंगा मैली' से एक्ट्रेस मंदाकिनी ने बॉलीवुड में कदम रखा था। इस फिल्म ने उन्हें रातों रात स्टार बना दिया था।
70-80 के दशक में रिलीज हुई इस फिल्म में मंदाकिनी ने जमकर बोल्ड सीन दिए थे। इस वजह से फिल्म को काफी आलोचना का भी सामना करना पड़ा था। इस फिल्म के लिए दीपिका चिखलिया भी ऑडिशन देने पहुंची थीं, लेकिन राजकपूर ने उन्हें घर भेज दिया था।
एक इंटरव्यू के दौरान दीपिका चिखलिया ने कहा कि ऐसा पहली बार नहीं हुआ कि उनके साथ से बड़ी फिल्म चली गई। रामायण की सीता की इमेज बरकरार रखने के लिए उन्हें बॉलीवुड की कई फिल्मों से हाथ धोना पड़ा था। दीपिका बताया कि उन्होंने राजकपूर की फिल्म 'राम तेरी गंगा मैली' के लिए भी ऑडिशन दिया था।
दीपिका ने कहा, राजकपूर के प्रोजेक्ट 'राम तेरी गंगा मैली' के बारे में जब मुझे पता चला तो मैं वहां गई क्योंकि मुझे लगा इस फिल्म के टाइटल में राम का नाम आ रहा है तो यह फिल्म धार्मिक होगी। मैं वहां ऑडिशन देने गई, राजकपूर सर वहां सेट पर बैठे हुए थे।
एकट्रेस ने कहा, मुझे बिना ऑडिशन लिए ही लौटा दिया गया। राजकपूर जी ने मेरे लिए मैसेज भिजवाया था कि अच्छे घर की लड़की ये किरदार नहीं कर पाएगी। मुझे बहुत बुरा लगा क्योंकि मुझे लगा शायद वो मुझे अपनी फिल्म में लेना नहीं चाहते इसलिए उन्होंने मुझे ऐसे मना किया। जब मैंने फिल्म देखी तब मुझे समझ आया कि उन्होंने ऐसा क्यों कहा।
बता दें कि दीपिका ने साल 1983 में फिल्म 'सुन मेरी लैला' से मुख्य अभिनेत्री के तौर पर डेब्यू किया था। 1985 में दीपिका ने मशहूर सीरियल 'दादा दादी की कहानी' में अहम किरदार निभाया। साल 1987-88 में प्रसारित रामानंद सागर के 'रामायण' ने दीपिका की किस्मत बदल दी। Edited By : Ankit Piplodiya