सैफ अली खान बॉलीवुड के 'एक्सीडेंटल चेमेलियन' हैं। एक पल वो गिटार लेकर प्यार जता रहे होते हैं, अगले ही पल फ्रेंच दाढ़ी और व्हिस्की ग्लास के साथ कत्ल की साजिश रचते दिखते हैं। जब सब लोग सिर्फ तीन खानों की बात कर रहे थे, सैफ चुपचाप खुद को फिर से बना रहे थे – बार-बार।
90s की रोमांटिक कॉमेडी से लेकर शेक्सपियर, स्ट्रीमिंग सीरीज और ज़ॉम्बी हंटिंग तक, सैफ ने सब कुछ किया – और हमेशा थोड़े अंडररेटेड ही रह गए। वो आते हैं, कुछ अजीब ट्राय करते हैं, और फिर चुपचाप आपकी रिस्पेक्ट जीतकर निकल जाते हैं।
1. ओमकारा (2006)
ये वो रोल था जिसने सबको सैफ की रोम-कॉम इमेज पर हंसना बंद करवा दिया। एक चालाक, लंगड़ा खलनायक जो शुद्ध वेस्टर्न यूपी एक्सेंट में बात करता है – सैफ ने इस किरदार को जिया नहीं, निगल लिया। शेक्सपियर मिला चंबल से और सैफ को मिला एक्टिंग का निर्वाण।
2. दिल चाहता है (2001)
वो प्यारा लेकिन बदकिस्मत दोस्त जिसने प्यार में कभी सही नहीं किया। इस फिल्म ने जहां दोस्ती को नई परिभाषा दी, वहीं सैफ ने अपने किरदार में क्यूटनेस, कॉमिक टाइमिंग और 'वो लड़की है कहां' जैसे आइकोनिक मोमेंट्स डाल दिए।
3. बीइंग साइरस (2005)
मरे हुए जैसे भावों वाला एक रहस्यमयी ड्रिफ्टर जो खतरनाक इरादों से भरा हुआ है – सैफ को इस तरह देखना वाकई खास था। अगर आपको ये फिल्म याद है, तो आप जानते हैं इसे जितने अवॉर्ड मिले, उससे कहीं ज़्यादा मिलने चाहिए थे।
4. हम तुम (2004)
वो झगड़ालू, शिकायत करने वाला कार्टूनिस्ट जो धीरे-धीरे मैच्योर होता है। इस स्लो-बर्न रोम-कॉम में सैफ एक लड़के से मर्द बनते हैं – और वो भी बिना बोर किए। इस फिल्म के लिए उन्हें नेशनल अवॉर्ड भी मिला – क्योंकि आसान दिखने वाली चीज़ें अक्सर मुश्किल होती हैं।
5. सेक्रेड गेम्स (2018–2019)
अंदर से टूटा हुआ इंस्पेक्टर, जो सिस्टम से थक चुका है और अपने पापा की छाया से बाहर नहीं निकल पा रहा। नेटफ्लिक्स की पहली बड़ी इंडियन सीरीज में सैफ का सरताज सिंह सबसे रियल और दिलचस्प किरदारों में से एक था। और हां, दाढ़ी शानदार थी।
6. उदयभान राठौड़ – तान्हाजी (2020)
इतिहास का खलनायक, मगर फुल ड्रामा के साथ। खून का प्यासा, पागल, और ओवर-द-टॉप – सैफ इस रोल में एकदम फन मोड में थे। आईलाइनर, फर कोट, स्लो-मो स्माइल्स – उन्हें पता था कि वो किस फिल्म में हैं।
7. गो गोवा गॉन (2013)
इंडिया की पहली ज़ॉम्बी कॉमेडी और सैफ का पहला ब्लीच-ब्लॉन्ड अवतार – दोनों ही यादगार हैं। वो खुद को रूसी बताते हैं, दिखते हैं जैसे इबीज़ा से बहकर आए हों, और ज़ॉम्बी मारने में माहिर भी हैं। इस कल्ट फिल्म की दीवानगी और सैफ का कमिटमेंट – दोनों कमाल हैं।
8. लव आज कल (2009)
दो टाइमलाइन, एक दिल टूटना और ढेर सारे आंसू। इस इम्तियाज़ अली फिल्म में सैफ ने एक ही साथ दो किरदार निभाए – आज का जय और पुराने ज़माने का वीर। दोनों ही अंदाज़ों में उन्होंने बैलेंस और चार्म दिखाया। और हां, बारिश में “दूरियां” मत गुनगुनाने का नाटक मत करो।
9. एक हसीना थी (2004)
उसने मुस्कराया, आपने भरोसा किया – और यहीं गलती हो गई। इस थ्रिलर में सैफ एक चालाक ठग बने हैं, जो अपनी मासूम प्रेमिका को धीरे-धीरे नर्क में धकेल देता है। उनका अंदाज़ ठंडा, सटीक और दिल दहला देने वाला है।
10. परिणीता (2005)
शरतचंद्र के उपन्यास पर बनी इस खूबसूरत फिल्म में सैफ ने कुरता-पायजामा पहनकर, दर्द और मोहब्बत को पूरी शिद्दत से निभाया। विद्या बालन के साथ उनकी केमिस्ट्री बिजली जैसी थी, और पियानो पर वो जैसे दिल ही बजा रहे थे।