महावतार नरसिम्हा की शूटिंग के दौरान कई क्रू मेंबर ने खाना छोड़ा नॉनवेज, डायरेक्टर ने किए दिलचस्प खुलासे
जब से 'महावतार नरसिम्हा' की घोषणा हुई है, तब से इसे लेकर दर्शकों में जोश अपने चरम पर है। ये फिल्म वाकई एक अनोखा सिनेमाई अनुभव बनने जा रही है, जिसमें भव्यता, शानदार विज़ुअल्स और दमदार कहानी का मेल है। इस फिल्म को लेकर जो एक्साइटमेंट है, वो सिर्फ इसके स्केल की वजह से नहीं है, बल्कि इसकी टीम पर पड़ा गहरा असर भी इसकी वजह है।
डायरेक्टर अश्विन कुमार ने महावतार नरसिम्हा को लेकर कई दिलचस्प बातें साझा कीं। उन्होंने कहा, हमने पूरा सेट खुद डिज़ाइन किया है। इस फिल्म पर काम करीब साढ़े चार साल पहले शुरू हुआ था। हमने सबसे पहले हर कैरेक्टर की गहराई से स्टडी की, और फिर उन्हें 3D में तैयार किया।
डायरेक्टर ने आगे बताया कि इस फिल्म का टीम पर कितना गहरा असर पड़ा। उन्होंने कहा, टीम के सभी लोग काम में इतने भावुक और डूबे हुए थे कि भगवान की छवि को देखते हुए मेडिटेशन करने लगे। कई लोगों ने एकादशी का व्रत रखना शुरू कर दिया और नॉनवेज खाना भी छोड़ दिया।
इस जोश और उत्साह को और बढ़ाते हुए मेकर्स ने एक और बड़ी घोषणा कर दी है 'द महावतार सिनेमैटिक यूनिवर्स' की शुरुआत। हॉम्बले फिल्म्स और क्लीम प्रोडक्शन्स ने मिलकर इस ग्रैंड एनिमेटेड फ्रैंचाइज़ी की आधिकारिक लाइनअप जारी कर दी है, जो अगले एक दशक तक भगवान विष्णु के दस दिव्य अवतारों की गाथा बताएगी।
इस यूनिवर्स की शुरुआत होगी महावतार नरसिम्हा (2025) से, इसके बाद आएंगे महावतार परशुराम (2027), महावतार रघुनंदन (2029), महावतार द्वारकाधीश (2031), महावतार गोकुलानंद (2033), महावतार कल्कि पार्ट 1 (2035) और महावतार कल्कि पार्ट 2 (2037)। ये यूनिवर्स भारतीय माइथोलॉजी को नई तकनीक और भव्यता के साथ दर्शकों के सामने पेश करेगा।
'महावतार नरसिम्हा' का डायरेक्शन अश्विन कुमार ने किया है, और इसे शिल्पा धवन, कुशल देसाई, और चैतन्य देसाई ने कलीम प्रोडक्शंस के तहत प्रोड्यूस किया है। इसे 3D और पांच भारतीय भाषाओं में रिलीज़ किया जाएगा।