अजीबोगरीब माहौल में 'पद्मावत' 25 जनवरी को प्रदर्शित होने जा रही है। मध्यप्रदेश, गुजरात, राजस्थान में कोई नहीं जानता कि उनके शहर में फिल्म रिलीज होगी या नहीं। फिल्म का प्रदर्शन रोकने के लिए रोजाना हंगामा हो रहा है। धमकियां और आगजनी की खबरें हैं। प्रादेशिक सरकार की तरफ से कोई मदद नहीं मिल रही है। अन्य प्रदेशों में भी कुछ शहरों में हंगामा हो सकता है।
'पद्मावत' पिछले कुछ महीनों से लगातार चर्चाओं में बनी हुई है और इस फिल्म के बारे में लोगों में भारी उत्सुकता है। कई लोग फिल्म देखना चाहते हैं कि आखिर क्या वजह है कि इस फिल्म को प्रतिबंधित करने की मांग उठ रही है।
कुछ लोग संजय लीला भंसाली के फैन हैं। भंसाली परदे पर बड़ी खूबसूरती के साथ कहानी दर्शाते हैं। भव्य सेट, रंग बिरंगी ड्रेसेस, शानदार सिनेमाटोग्राफी, मधुर संगीत उनकी फिल्म की खासियत रहते हैं।
फिल्म उद्योग का एक धड़ा मानता है कि विवाद का फिल्म को भरपूर लाभ होगा और फिल्म बॉक्स ऑफिस पर शानदार प्रदर्शन करेगी। भले ही हंगामे के कारण फिल्म की ओपनिंग प्रभावित होगी, लेकिन अगले दो सप्ताह तक कोई बड़ी फिल्म प्रदर्शित नहीं हो रही है और इस फिल्म के लिए रास्ता खुला है।
इनका मानना है कि फिल्म 300 करोड़ रुपये का कलेक्शन आसानी से कर लेगी। ये भी संभव है कि 400 करोड़ तक भी पहुंच जाए क्योंकि फिल्म को लेकर जबरदस्त क्रेज है।
दूसरी ओर कुछ लोगों का मानना है कि हंगामे के कारण फिल्म की ओपनिंग प्रभावित होगी और इसका भारी नुकसान 'पद्मावत' को उठाना पड़ सकता है। खासतौर पर छोटे शहरों में फिल्म को प्रदर्शित करना मुश्किल होगा।
मध्यप्रदेश, गुजरात, राजस्थान में कलेक्शन सबसे ज्यादा प्रभावित होंगे। यहां पर फिल्म का 25 को प्रदर्शित होना मुश्किल लग रहा है। कुछ सिनेमाघरों ने तो पोस्टर लगा दिया है कि उनके यहां फिल्म का प्रदर्शन नहीं होगा। स्थिति सुधरने के बाद संभव है कि दो-तीन दिन बाद फिल्म इन प्रदेशों में रिलीज हो।
पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, बिहार और महाराष्ट्र के भी कुछ शहरों में फिल्म के प्रदर्शन में बाधा आ सकती है। लिहाजा फिल्म का बिजनेस 200 करोड़ के आसपास रहेगा।