इतनी मुश्किल थी 'बजरंगी भाईजान' के क्लाइमैक्स की शूटिंग
कश्मीर की सुंदरता हमेशा फिल्मकारों के यहां शुटिंग करने की वजह रही है। कश्मीर का खुशनूमा मौसम और प्यार के लिए माकूल होने के कारण बहुत सी रोमांटिक फिल्मों की शुटिंग यहां की गईं, परंतु जब बात सलमान की हो तो कुछ अलग होना लाजिमी है। सलमान हमेशा हटके सोचते हैं और अपनी खास स्टाइल को अपनी फिल्मों आजमाते भी हैं।
ज्यादातर फिल्मकार जहां कश्मीर जाकर सिर्फ प्यार और रोमांस के विषय में सोचते हैं वहीं सलमान अपनी आने वाली फिल्म बजरंगी भाईजान में जबरदस्त एक्शन करते नजर आएंगे। यहां सलमान और निर्देशक कबीर खान ने फिल्म के सबसे बेहतरीन चेसिंग सीन की शूटिंग की है। फिल्म की पूरी टीम ने पूरे 45 दिनों तक कश्मीर के खूबसूरत स्थानों पर शूटिंग की है।
निर्देशक कबीर फिल्म के कुछ दृश्यों को खास जगहों पर फिल्माना चाहते थे जिन्हें उन्होंने खासतौर पर चुना था। कई स्थान ऐसे हैं जहां पर किसी भी फिल्म की यह पहली शूटिंग है।
फिल्म खासतौर पर पहलगाम, चांदीवाडी, अरू और इन जगहों के आसपास की छोटी जगहों पर फिल्मायी गई है। यहां शुटिंग करना पूरी टीम के लिए अलग ही अनुभव लेकर आया। सभी लोगों को शूटिंग वाली जगह पर पहुंचने में एक घंटे से भी ज्यादा समय तक ट्रेकिंग (चढ़ाई) करना पड़ती थी।
कबीर कहते हैं "फिल्म का क्लाइमैक्स थजवास नाम के बर्फ के पहाड़ के नीचे सोनमर्ग के आसपास फिल्माया गया है। यह जगह समुद्र तल से दस हजार फीट ऊपर है। हर सुबह टेक्नीशियन की एक टीम को जिसमे करीब 300 लोग शामिल थे, करीब एक घंटे बर्फ में से गुजरते हुए नियत जगह पर पहुंचना रहता था। इसके अलावा करीब 7,000 अन्य लोगों को हर दिन सेट पर लेकर जाना पड़ता था। इतने लोगों को सैकड़ों बसों में ऊपर ले जाना एक बहुत बड़ी चुनौती थी। हमारी परेशानी को बढ़ाने के लिए यहां होने वाला जीरो डिग्री तापमान और बर्फीले तूफान काफी थे। हमने फिल्म के क्लाइमैक्स की शूटिंग कश्मीर के बीचों बीच ऐसे पहाड़ों पर की है जो पूरी तरह बर्फ से ढंके हैं।"
"हमें शुरू से ही पता थी कि यहां शूटिंग करना बहुत चुनौतीभरा काम होगा। परंतु पूरी टीम ने यहां के जीरो डिग्री तापमान में प्रतिदिन 18 घंटे तक काम किया है।" फिल्म के सह-निर्माता अमर भुटाला बताते हैं।