देवी दुर्गा के शक्तिशाली मंत्र
Durga mantraजीवन में सुख-दुख का साथ सदा बना रहता है। सुख की अभिलाषा तथा दुख से त्राण पाना मनुष्य का उद्देश्य रहा है। भौतिक रूप से प्रयास जब नाकाफी हो जाते हैं, तभी देवी शक्तियां मदद करती हैं। यदि अवरोधों का शमन न हो तथा परिस्थितियां विकराल हो जाएं तो परिस्थिति के अनुरूप मंत्र का चुनाव कर, उनका जप कर समस्याओं से निजात पाई जा सकती है। प्रस्तुत है मंत्र -
शत्रु शमन व बाधाओं से मुक्ति हेतु शीघ्र सिद्धि देने वाला मंत्र(1) '
ॐ इत्थं यदायदा बाधा दानवोत्था भविष्यति।तदा तदावतीर्याहं करिष्याम्यरि संशयम् ॐ।।'(2) '
यं यं चिन्तयते कामं तं तं प्राप्नोति निश्चितम् परमेश्वर्यमतुलं प्राप्स्यते भूतले पुमान।।'इन मंत्रों से सम्पुटित दुर्गापाठ करने या करवाने से यदि संभव नहीं हो तो केवल मंत्र जाप करने से सिद्धि प्राप्त की जा सकती है। संकल्प लेना अनिवार्य है। फल प्राप्ति हेतु हवन आवश्यक है। श्री दुर्गाजी का पूजन कर जाप करें। स्त्रियों का सम्मान करते रहने से फल प्राप्ति शीघ्र होती है।