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Written By अनहद

राखी का स्वयंवर : बनावटी तमाशा

Rakhi ka Swayamvar | राखी का स्वयंवर : बनावटी तमाशा
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धंधे ने हर चीज को तमाशा बना दिया है। राखी का स्वयंवर तमाशा नहीं तो क्या है? पहला एपिसोड देखकर ही लग गया कि ये तमाशा है, ढोंग है। यह एपिसोड लिखी हुई स्क्रिप्ट के आधार पर तैयार हुआ, इसलिए इसमें वो सहजता नहीं थी, जो होनी चाहिए थी। पहले सोलह लड़के आए, सबने राखी की तारीफ में कुछ कहा, जो एकदम बनावटी-सा लगा। फिर राखी ने सबसे कहा कि तुम अच्छे लग रहे हो। यह भी एकदम नकली...।

आइए अब बात करें आने वाले सोलह नगीनों की। एक तो राखी के पुराने प्रेमी अभिषेक का दोस्त है। बहुत समय से राखी को चाहता था। इस किस्से से युवा ये सीख ले सकते हैं कि प्रेमिका से मिलने जाएँ तो अकेले जाएँ। यही सावधानी युवतियाँ भी रख सकती हैं। ठीक है कि जिसे दूसरे से दोस्ती करनी ही होगी, वो करेगा, पर कम से कम आप एक दोस्त तो नहीं खोएँगे।

बकाया पंद्रह में से भी अधिकांश मनोरंजन उद्योग से जुड़े लोग हैं, जिससे जाहिर होता है कि कोई इस स्तर का आदमी स्पर्धा में नहीं आया, जिसका नाम फख्र के साथ पेश किया जा सके। हाँ, कश्मीर से एक पुलिसवाले की एंट्री जरूर सच्ची लगती है।

ये शो डिस्कवरी वाले बनाते तो एक वैज्ञानिक खोज होती...। राखी ने शुरुआत में तीन लड़कों को पसंद किया। दो तो लंबे हैं, गोरे हैं, पर एक काला और ठिगना है। इन तीन लड़कों को (एक तो उम्रदराज-सा है और उसे लड़के की बजाय आदमी कहना ज्यादा ठीक है) राखी ने मोरपंख देकर अपनी चाहत दिखाई। डिस्कवरी वाले होते तो राखी से खोद-खोदकर पूछते कि फलाँ को ही क्यों पसंद किया और फलाँ को क्यों रिजेक्ट किया। मगर डिस्कवरी वाले होते तो एक ही लड़की नहीं होती। अनेक लड़कियाँ होतीं, अनेक लड़के होते। सबसे पूछा जाता कि किसमें उन्हें क्या चीज अच्छी लगी। अंत में कुछ हासिल होता कि लड़कियों को अमुक और लड़कों को तमुक चीज अच्छी लगती है। मगर राखी का स्वयंवर डिस्कवरी पर नहीं एनडीटीवी इमेजिन पर आ रहा है और उनकी चिंता विज्ञान नहीं व्यापार है।

सोलह लोगों ने राखी को इंप्रेस करने की कोशिश की। इन सबका बर्ताव उबकाई ला देने की हद तक ओछा था। राखी भी सबको भाव दे रही थीं क्योंकि उनकी मजबूरी थी। साहित्य में एक रस होता है वीभत्स रस। राखी का ये शो अगर चला तो इसी रस के कारण चलेगा। स्वयंवर में शराब भी पी जा रही थी। एक लड़के ने राखी को गिलास लाकर दिया जिसमें शराब थी।

राखी ने एक बार फिर यह प्रवचन दोहराया कि मीडिया ने उनकी छवि अलग बना रखी है, वर्ना वे शराब पीने वाली लड़की नहीं हैं। इस स्वयंवर में कई लड़के तो राखी से पाँच-पाँच दस-दस साल छोटे हैं। देखकर ही लगता है कि ये प्रचार चाहते हैं। राखी ने बहुत ही फूहड़ रोल किए हैं, अश्लील भाव-भंगिमाओं वाले नाच भी पेश किए हैं। मगर सबसे ज्यादा अरुचिपूर्ण यह स्वयंवर ही है।

(नईदुनिया)