भारतीयों में है प्रतिभा:राज भावसर
भारतीय मूल के अमेरिकी जिम्नास्ट और बीजिंग ओलिम्पिक के कांस्य पदक विजेता राज भावसर भारत में जिम्नास्टिक को लोकप्रिय बनाने के लिए क्रिकेट को मंच के तौर पर उपयोग करना चाहते हैं। भावसर ने एक साक्षात्कार में कहा भारतीय युवाओं में प्रतिभा है जिन्हें जिम्नास्टिक में आगे बढ़ने के लिए उत्साहित और प्रेरित करने की जरूरत है। देश भर में जिम्नास्टिक के प्रदर्शन करने से उन्हें इस खेल को करियर के रूप में अपनाने में मदद मिलेगी।इस 28 वर्षीय जिम्नास्ट ने कहा 'मैं पेशेवर जिम्नास्ट हूँ और 2012 ओलिम्पिक खेलों में स्वर्ण पदक जीतने पर ध्यान दे रहा हूँ।'भावसर अपनी माँ के साथ यहाँ अपने दादा,दादी और अन्य परिजनों से मिलने के लिए आए हैं। उनके पिता ज्योतिंद्र का जन्म और शिक्षा दीक्षा भी इसी शहर में हुई लेकिन सत्तर के दशक में इंजीनियर की डिग्री हासिल करने के बाद वह अमेरिका में बस गए। अमेरिका के ह्यूस्टन में जन्मे भावसर के पास मार्केटिंग में डिग्री है। ओलिम्पिक कांस्य पदक विजेता ने कहा कि वह भारत में इस खेल को लोकप्रिय बनाने के लिए क्रिकेट मैचों के दौरान जिम्नास्टिक के प्रदर्शन आयोजित करना चाहते हैं। उन्होंने कहा 'जब मैं छह साल का था तभी से मैं जिम्नास्ट बनने का सपना देखा करता था। मैंने इसके बाद इस पर ध्यान देना शुरू किया लेकिन अपनी पढ़ाई को भी नजरअंदाज नहीं किया।'