मणिपुर हिंसा का हल नहीं होना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण, सरकार कुछ सोच: RSS
आरएसएस यानी राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ ने मणिपुर हिंसा पर चिंता जाहिर की है। RSS ने कहा कि पिछले 19 महीने से जारी हिंसा अभी तक नहीं सुलझी है। इस विवाद का अब तक समाधान नहीं होना दुर्भाग्यपूर्ण है। हिंसा के कारण कई निर्दोष लोगों की जान गई है। केंद्र और राज्य सरकार जल्द से जल्द इस संघर्ष का हल निकाले।
हिंसा के कारण कई निर्दोष लोगों की जान चली गई। लाखों लोग इससे प्रभावित हो रहे हैं। हिंसा की वजह से बेकसूर लोगों को काफी नुकसान हो रहा है। संघ ने मणिपुर में महिलाओं और बच्चों पर हुई क्रूरता की कड़ी निंदा की। यह कृत्य कायरतापूर्ण है और मानवता के सिद्धांतों के खिलाफ है। केंद्र सरकार और राज्य सरकार को जल्द से जल्द इस संघर्ष का हल निकालना चाहिए।
बता दें कि मणिपुर में इंफाल घाटी के विभिन्न जिलों में गुस्साई भीड़ ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) के 3 और विधायकों तथा कांग्रेस के एक विधायक के आवास को आग लगा दी। प्रदर्शनकारियों ने राज्य के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह के पैतृक आवास पर भी धावा बोलने की कोशिश की, हालांकि पुलिस ने उन्हें रोक दिया। जिसके बाद यहां अनिश्चितकाल के लिए कर्फ्यू लगा दिया और इंटरनेट सेवाएं भी निलंबित कर दी गई हैं।
अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने राज्य के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह के पैतृक आवास पर भी धावा बोलने की कोशिश की, हालांकि पुलिस ने उन्हें रोक दिया। जिरीबाम जिले में तीन महिलाओं और तीन बच्चों के शव मिलने के बाद प्रदर्शनकारियों ने इंफाल घाटी के विभिन्न हिस्सों में शनिवार को हिंसक प्रदर्शन किया, जिसके बाद यहां अनिश्चितकाल के लिए कर्फ्यू लगा दिया गया। गुस्साई भीड़ ने शनिवार को राज्य के तीन मंत्रियों और छह विधायकों के आवासों पर भी हमला किया था।
अधिकारियों ने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने निंगथौखोंग में लोक निर्माण मंत्री गोविंददास कोंथौजम, लैंगमीडोंग बाजार में हियांगलाम से भाजपा विधायक वाई राधेश्याम, थौबल जिले में वांगजिंग टेंथा के भाजपा विधायक पाओनम ब्रोजेन और इंफाल पूर्वी जिले में खुंद्राक्पम के कांग्रेस विधायक लोकेश्वर के घरों में आग लगा दी।
Edited By: Navin Rangiyal