प्रसिद्ध सिंहासन बत्तीसी की दूसरी कहानी चित्रलेखा - एक बार राजा विक्रमादित्य की इच्छा योग साधने की हुई। अपना राजपाट अपने छोटे भाई भर्तृहरि को सौंपकर वह अंग में भभूत लगाकर जंगल में चले गए। उसी जंगल में एक ब्राह्मण तपस्या कर रहा था।