Last Modified: जयपुर ,
रविवार, 15 जनवरी 2012 (20:43 IST)
भंवरी के बेटे को सरकारी नौकरी
राजस्थान सरकार ने जोधपुर की बोरूदा की नर्स भंवरी देवी के आश्रितों को राहत पैकेज की घोषणा करते हुए उसके पुत्र को सरकारी नौकरी जबकि दोनों पुत्रियों को चार-चार लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार भंवरी देवी की हत्या के बाद उसके पुत्र साहिल को कनिष्ठ लिपिक या उसके समकक्ष पद पर सरकारी नौकरी और उनकी बेटियों को हत्या होने पर देय दो-दो लाख रुपए का मुआवजा और मुख्यमंत्री सहायता कोष से दो-दो लाख रुपए की अतिरिक्त राशि की सहायता दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सहायता कोष से मिलने वाली दो-दो लाख रुपए की राशि भंवरी देवी की बेटियों गुनगुन और अश्विनी के नाम से सावधि जमा खाते में जमा करवाए जाएंगे, जिससे उनकी शादी के समय यह राशि काम आ सके। दोनों बेटियों की शादी के समय राज्य सरकार की ओर से और 50-50 हजार रुपए की नकद आर्थिक सहायता दी जाएगी।
सूत्रों के अनुसार राहत पैकेज में भंवरी के तीनों बच्चे यदि सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के छात्रावासों में रहते हैं तो उनके खाने-पीने व रहने की सुविधा निशुल्क दी जाएगी। विभाग की योजनाओं के तहत प्रत्येक बच्चे को उच्च शिक्षा ग्रहण करने पर उत्तर मैट्रिक छात्रवृत्ति दी भी जाएगी।
सूत्रों ने बताया कि इसे विशेष प्रकरण मानते हुए पालनहार योजना के तहत प्रत्येक बच्चे के लिए प्रतिमाह 675 रुपए उनके संरक्षक को दिए जाएंगे, जबकि तीनों बच्चों को दो-दो हजार रुपए सालाना मदद भी दी जाएगी। सूत्रों ने कहा कि बच्चों को यदि भंवरी देवी प्रकरण सामने आने के बाद स्कूलों से निकाला गया है और बच्चे उन शिक्षा संस्थानों में ही पढ़ना चाहें तो सरकार मदद करेगी।
गौरतलब है कि सीबीआई ने अपनी जांच में एक सितंबर को संदिग्ध परिस्थितियों में गायब हुई नर्स भंवरी देवी की हत्या होना मान लिया है। नर्स भंवरी देवी का पति अमरचंद जेल में है, जबकि उसके तीन बच्चों की देखभाल का भार बूढ़ी सास पूनीदेवी (70) पर है। (भाषा)