नाम डॉग बाबू, पिता कुत्ता बाबू, पटना के अफसरों ने कुत्ते के साथ ये क्या कर दिया, मामला सोशल मीडिया में छा गया
सरकारी अधिकारियों और बाबुओं की कई तरह की लापरवाहियां सामने आती हैं, लेकिन पटना में जो अफसरों ने किया, उसका पूरे सोशल मीडिया में मजाक बन गया और घटना जमकर वायरल हो रही है। इस फर्जीवाड़े में शामिल आवेदक, कंप्यूटर ऑपरेटर और प्रमाणपत्र जारी करने वाले पदाधिकारी के खिलाफ साइबर फ्रॉड और दस्तावेजों के साथ छेड़छाड़ का मामला दर्ज किया जा रहा है।
दरअसल, बिहार की राजधानी पटना में एक कुत्ते के नाम आवासीय प्रमाणपत्र जारी कर दिया गया। इस प्रमाण पत्र में आवेदक का नाम "डॉग बाबू", पिता का नाम "कुत्ता बाबू", माता का नाम "कुतिया देवी" और पता "काउलीचक, वार्ड नंबर 15, मसौढ़ी नगर परिषद" दर्ज है। यह ठीक किसी इंसान के प्रमाण पत्र की तर्ज पर है। जैसे ही प्रमाण पत्र सुर्खियों में आया पूर्णिया के निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए X पर लिखा, "कुत्ता दिखा रहा निवास प्रमाण पत्र, कोई प्रमाण पत्र न दे पाए इंसान… यह है मेरा भारत महान।
वाह रे अफसरों ... : मामला पटना के मसौढ़ी अंचल कार्यालय का है। जहां एक कुत्ते के नाम पर आवासीय प्रमाणपत्र जारी कर दिया गया। इस प्रमाणपत्र में आवेदक का नाम "डॉग बाबू", पिता का नाम "कुत्ता बाबू", माता का नाम "कुतिया देवी" और पता "काउलीचक, वार्ड नंबर 15, मसौढ़ी नगर परिषद" दर्ज है। प्रमाणपत्र पर एक कुत्ते की तस्वीर भी लगी है, जिसने पूरे प्रशासनिक तंत्र की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
दिल्ली की महिला के दस्तावेज से छेड़छाड़ : यह प्रमाणपत्र 24 जुलाई 2025 को मसौढ़ी के RTPS (राइट टू पब्लिक सर्विस) काउंटर के माध्यम से जारी किया गया, जिसमें राजस्व पदाधिकारी मुरारी चौहान का डिजिटल हस्ताक्षर भी मौजूद है। इसका प्रमाणपत्र नंबर BRCCO/2025/15933581 है। खबरों के अनुसार, यह प्रमाणपत्र दिल्ली की एक महिला के दस्तावेजों के साथ छेड़छाड़ करके बनाया गया, जिसने इस मामले को और गंभीर बना दिया।
क्या कहा अफसरों ने : मसौढ़ी के अंचलाधिकारी प्रभात रंजन ने पुष्टि की कि प्रमाणपत्र को रद्द कर दिया गया है। पटना के जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एसएम ने इसे गंभीर मामला बताते हुए कहा, "दोषी कर्मियों और पदाधिकारियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जाएगी और उन्हें निलंबित किया जाएगा, ताकि भविष्य में ऐसी गलती न हो।"
सोशल मीडिया पर वायरल : यह प्रमाणपत्र सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, लोगों ने इसे प्रशासनिक लापरवाही का प्रतीक बताते हुए तंज कसना शुरू कर दिया। कांग्रेस नेता और पूर्णिया के निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए X पर लिखा, "कुत्ता दिखा रहा निवास प्रमाण पत्र, कोई प्रमाण पत्र न दे पाए इंसान…यह है मेरा भारत महान। क्या मुख्य चुनाव आयुक्त महोदय..कहां गांजा फूंक सोए हो जनाब?"
Edited By: Navin Rangiyal