पाँच चरणों में होंगे लोकसभा चुनाव
पंद्रहवीं लोकसभा के चुनाव 16 अप्रैल से शुरू होकर 13 मई तक पाँच चरणों में कराए जाएँगे। इनके साथ ही तीन राज्यों आंध्रप्रदेश, सिक्किम और उड़ीसा विधानसभाओं के लिए भी मतदान होगा। मतों की गणना 16 मई को होगी।उत्तरप्रदेश और जम्मू-कश्मीर में पाँच चरणों में चुनाव होंगे, जबकि बिहार में चार चरण, महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल में तीन चरण, आंध्रप्रदेश, असम, झारखंड, कर्नाटक, मध्यप्रदेश, मणिपुर, उड़ीसा और पंजाब में दो चरण में चुनाव होगा। लोकसभा चुनावों के साथ आंध्रप्रदेश, उड़ीसा और सिक्किम विधानसभा के लिए भी मतदान होगा। आंध्रप्रदेश और उड़ीसा विधानसभा चुनाव दो चरणों में, जबकि सिक्किम विधानसभा चुनाव एक चरण में होगा। चुनाव कार्यक्रमों के मुताबिक आंध्रप्रदेश की कुल 42 सीटों में से पहले चरण में 22 और दूसरे चरण में 20 सीटों के लिए मतदान होगा। इसी प्रकार असम की चौदह में से तीन सीटों पर पहले चरण में और 11 सीटों पर दूसरे चरण में वोट डाले जाएँगे।कर्नाटक की 28 सीटों में से 17 पर पहले चरण में और 11 पर दूसरे चरण में मतदान होगा। मध्यप्रदेश की 29 सीटों में से पहले चरण में 13 और दूसरे चरण में 16 निर्वाचन क्षेत्रों में वोट डाले जाएँगे। इसी प्रकार मणिपुर में एक सीट पर पहले चरण में और दूसरी सीट पर दूसरे चरण में, उड़ीसा में 10 सीटों पर पहले चरण में और 11 सीटों पर दूसरे चरण में, पंजाब में चार सीटों पर चौथे चरण में और नौ सीटों पर पाँचवें चरण में वोट पड़ेंगे। झारखंड में पहले चरण में छह और दूसरे चरण में आठ सीटों पर मतदान होगा। महाराष्ट्र की 48 सीटों के लिए तीन चरणों में मतदान होगा, जिसमें पहले चरण में 13, दूसरे चरण में 25 और तीसरे चरण में 10 सीटों पर वोट पड़ेंगे। पश्चिम बंगाल की 42 सीटों के लिए तीन चरणों में मतदान होगा। पहले चरण में 30 अप्रैल को 14 सीटों पर सात मई को 17 सीटों पर और 13 मई को 11 सीटों पर मतदान होगा।गोपालस्वामी ने बताया कि पंद्रह राज्यों और सात केन्द्रशासित प्रदेशों में एक चरण में मतदान होगा। जहाँ एक चरण में मतदान होगा उनमें अरुणाचल प्रदेश, गोवा, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, केरल, मेघालय, मिजोरम, नगालैंड, राजस्थान, सिक्किम, तमिलनाडु, त्रिपुरा, छत्तीसगढ़, उत्तराखंड, अंडमान निकोबार, चंडीगढ़ दादर नगर हवेली, दमन दीव, दिल्ली, लक्ष्यद्वीप और पुडुचेरी शामिल हैं। अरूणाचल प्रदेश में 16 अप्रैल, गोवा में 23 अप्रैल, गुजरात में 30 अप्रैल, हरियाण में सात मई, हिमाचल प्रदेश में 13 मई, केरल में 16 अप्रैल, मेघालय में 16 अप्रैल, मिजोरम में 16 अप्रैल, नगालैंड में 16 अप्रैल, राजस्थान में सात मई, सिक्किम में 30 अप्रैल, तमिलनाडु में 13 मई, त्रिपुरा में 23 अप्रैल, छत्तीसगढ़ में 16 अप्रैल, उत्तराखंड में 13 मई, अंडमान निकोबार में 16 अप्रैल, चंडीगढ़ 13 मई, दादर नगर हवेली में 30 अप्रैल, दमन दीव में 30 अप्रैल, दिल्ली में सात मई, लक्ष्यद्वीप में 16 अप्रैल और पुडुचेरी में 13 मई को मतदान कराया जाएगा।चुनाव आयुक्तों नवीन चावला और एसवाई कुरैशी की मौजूदगी में गोपालस्वामी ने कहा कि पहले चरण में 124, दूसरे में 141, तीसरे में 107, चौथे में 85 और पाँचवें चरण में 86 सीटों के लिए मतदान होगा।उन्होंने बताया कि वर्तमान लोकसभा का कार्यकाल एक जून को समाप्त हो रहा है और नई लोकसभा का गठन दो जून से पहले किया जाना है। 2004 में हुए लोकसभा चुनाव की तुलना में आगामी चुनाव में चार करोड़ तीस लाख अधिक मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकेंगे।मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि आगामी लोकसभा चुनाव में अर्धसैनिक बलों के अलावा 40 लाख असैनिक अधिकारियों और 21 लाख पुलिसकर्मियों की सेवाएँ ली जाएँगी। देशभर के 71 करोड़ से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। इसके लिए 8 लाख पोलिंग स्टेशन बनाए जाएँगे। गोपालस्वामी ने बताया कि लोकसभा की 499 सीटों का परिसीमन किया गया है। चरणवार विवरणप्रथम चरण : 16 अप्रैल : 124 सीटद्वितीय चरण : 23 अप्रैल : 141 सीटतृतीय चरण : 30 अप्रैल : 107 सीटचौथा चरण : 07 मई : 85 सीटपाँचवाँ चरण : 13 मई : 86 सीटमतगणना : 16 मईसरकार गठन : 2 जून से पूर्वतीसरा मोर्चा बना, रालोद राजग मेंलोकसभा चुनाव मतदान कार्यक्रमइतिहास के झरोखे से 14वीं लोकसभासामान्य वर्ग से 11 सीटें छिनींएक मतदान केंद्र पर एक मतदाता!इंडिया शाइनिंग ने हमें हराया-आडवाणीचुनावी कार्यक्रम से भाजपा खुशममता-कांग्रेस गठजोड़ सिद्धांतहीन-वामदलसंजय दत्त से तुलना मेरा अपमान-टंडन14वीं लोकसभा की दलीय स्थिति