Last Updated :नई दिल्ली (वार्ता) , बुधवार, 9 जुलाई 2014 (20:13 IST)
मुकेश से मुझे एतराज नहीं-अमरसिंह
सपा ने रिलायंस इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष मुकेश अम्बानी से किसी प्रकार के मतभेद होने का खंडन करते हुए कहा कि उनके प्रधानमंत्री अथवा किसी अधिकारी से मिलने पर किसी को कोई एतराज नहीं होना चाहिए।
सपा महासचिव अमरसिंह ने कहा कि मुकेश अम्बानी देश के शीर्ष उद्योगपति हैं और उनसे मेरा किसी प्रकार का झगड़ा नहीं है। उन्होंने कहा कि उनके छोटे भाई अनिल अम्बानी उनके मित्र हैं पर वे सपा की राजनीतिक दिशा तय नहीं करते, वहीं उन्होंने बताया कि अम्बानी बंधुओं की देश की सकल घरेलू उत्पाद में 5 प्रतिशत की भागीदारी है।
मुकेश अम्बानी ने प्रधानमंत्री मनमोहनसिंह और केबिनेट सचिव केएम चन्द्रशेखर सहित कई अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मुलाकात की थी।
उन्होंने कहा कि अम्बानी पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य से भी मिले थे। प्रसिद्ध उद्योगपति रतन टाटा ने भी बंगाल में अपनी कार नैनो का कारखाना लगाने का प्रयास किया, जिस पर सिंगुर और नन्दीग्राम की घटनाएँ हुई। बिड़ला भी राजनीतिज्ञों से मिलते रहते हैं। अत: इन मुलाकातों पर किसे भी कोई एतराज नहीं होना चाहिए।
सिंह ने कहा कि पता नहीं क्यों अनिल अम्बानी के सपा प्रमुख मुलायमसिंह यादव और उनसे मिलने पर एतराज हो जाता है। सिंह ने कहा कि वे स्वयं व्यापारी और उद्योगपति हैं और अनेक उद्योगपतियों से संबंध रखते हैं और राजनीति में भी सक्रिय हैं।
उन्होंने कहा कि पेट्रोलियम मंत्री मुरली देवड़ा से मंत्री पद छोड़ने संबंधी बयान उन्होंने इसलिए दिया था, क्योंकि वे एक औद्योगिक घराने से संबंध रखते हैं। सिंह ने 'विंडफाल टैक्स' की वकालत करते हुए पुन: दोहराया कि इसकी माँग भाकपा, माकपा के अलावा अमेरिका भी कर रहा है।
उल्लेखनीय है कि मुकेश अम्बानी ने इस कर का विरोध करते हुए इस तर्क को दिग्भ्रमित करने वाला बताया है कि दुनियाभर में तेल कीमतों में उछाल से कम्पनियों को ज्यादा लाभ हो रहा है। स्पैक्ट्रम के बारे में उन्होंने कहा कि वे वही कह रहे हैं जो रतन टाटा और दूरसंचार नियामक प्राधिकरण ने कहा है।