देश को अस्थिर देखना चाहते हैं आतंकी
मुंबई। एक के बाद एक हमलों ने यह साबित कर दिया कि आतंकवादी मुंबई पर बार-बार हमले कर देश की आर्थिक राजधानी को अस्थिर और असुरक्षित करके देश के पर्यटन उद्योग और आर्थिक समृद्धि को बड़ा झटका देने का मंसूबा रखते हैं। बुधवार रात्रि को आतंकवादियों ने अपने हमलों में ताज और ओबेरॉय होटल के अलावा नरीमन प्वॉइंट स्थित लियोपोल्ड रेस्टोरेंट को निशाना बनाया। ये तीनों वे जगह हैं, जो विदेशियों की खास पसंद हैं। गेटवे ऑफ इंडिया पर स्थित ताज होटल तो मुंबई की आर्थिक समृद्घि की पहचान बन चुका है। अंतरराष्ट्रीय सेमिनारों के आयोजनों से लेकर विदेशी राजनयिकों की मेजबानी में यह होटल अपनी शानदार भूमिका निभाता है। यहीं नहीं अगले महीने भारतीय टीम को इंग्लैंड के साथ दूसरे टेस्ट के समय इसी होटल में ठहरना है। दूसरा टेस्ट 19-23 दिसंबर तक मुंबई में ही खेला जाना है। इसी तरह लियोपोल्ड रेस्टोरेंट भी विदेशियों का पसंदीदा है। हमलों में घायल ज्यादातर विदेशी यहाँ हुई फायरिंग का शिकार हुए हैं। अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद के दौर में यह साजिश की नई मुहिम लगती है। सितंबर में पाकिस्तान में इस्लामाबाद में भी जिस मैरियट होटल पर हमला किया गया, वहाँ भी विदेशी खासी तादाद में ठहरते थे। हमलों में मारे गए 60 लोगों में ज्यादातर विदेशी थे। आज पाकिस्तान पर्यटन नक्शे पर अलग-थलग पड़ गया है। केवल पर्यटन ही नहीं इसका क्रिकेट जगत पर भी असर पड़ा है। आज कोई टीम पाकिस्तान जाने को तैयार नहीं है। यहाँ तक कि भारतीय टीम ने भी जनवरी में होने वाले अपने दौरे को हरी झंडी नहीं दी है। इस हमले के बाद भारतीय टीम के पाकिस्तान दौरे पर भी संकट के बादल और गहरा गए हैं। (ब्यूरो)