Last Modified: भोपाल ,
शुक्रवार, 31 जुलाई 2009 (11:39 IST)
आईटी पार्क के पीछे मंदी का साया
इंदौर का क्रिस्टल आईटी पार्क
- आशीष दुबे मप्र अपना इकलौता इंदौर का क्रिस्टल आईटी पार्क जमीन पर उतार ही नहीं पा रहा है। इसको जिसे साल भर पहले बेचा था, वह जमानत राशि डुबाकर बैठ गया है। सरकार नए सिरे से इसे बेचने की तैयारी कर रही है।
आईटी पार्क के पीछे मंदी का साया पड़ गया है। आईटी पार्क को सरकार ने फिर 'बोलीदारों' के सामने पेश करने की तैयारी कर ली है। सूत्र बताते हैं कि क्रिस्टल आईटी पार्क के लिए टेंडर अगस्त में जारी किए जाएँगे। कीमत सौ करोड़ के आसपास ही रहेगी। छः माह पहले जूम डेवलपर्स की 102 करोड़ की बोली मंजूर हुई थी पर कंपनी बाकी 101 करोड़ का इंतजाम नहीं कर सकी।
सरकार के लिए किरकिरी : आईटी पार्क के प्रति बड़ी कंपनियों को नहीं लुभा पाना सरकार के लिए किरकिरी का सबब बना हुआ है। सूचना प्रोद्यौगिकी व उद्योग मंत्री कैलाश विजयवर्गीय इंदौर में ग्लोबल इंवेस्टर्स मीट करा चुके हैं।
इंफोसिस प्रमुख नारायण मूर्ति की मेजबानी भी कर चुके हैं, लेकिन किसी कंपनी ने पार्क के प्रति दिलचस्पी नहीं दिखाई। जमीनों के खेल के लिए कुख्यात इंदौर में इस संपत्ति पर भी भूमाफिया की नजर है।
आईटी मंत्री कैलाश विजयवर्गीय न कहा की हम इस पार्क के लिए री-टेंडरिंग कर रहे हैं, जल्दी ही कोई हल निकल आएगा।