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Written By WD

बाबा की खिड़की से

बाबा की खिड़की से -
बड़े अरमानों के साथ भारतीय वनडे क्रिकेट टीम के उप-कप्तान युवराजसिंह जेनेवा पहुँचे थे लेकिन जिस ख्वाहिश के साथ उनकी यह हजारों किलोमीटर की यात्रा हुई, वह अधूरी ही रह गई। युवराज का यह ख्वाब साकार नहीं हो सका कि वे अपने हाथों से पुर्तगाल टीम के सबसे फेवरेट खिलाड़ी क्रिस्टियानो रोनाल्डो को यूरो कप फुटबॉल में 'मैन ऑफ द मैच' का पुरस्कार' सकें।

स्टार टीवी ने इस खबर का खुलासा करते हुए बताया कि फुटबॉल जगत में युवराजसिंह के सबसे पसंदीदा खिलाड़ी क्रिस्टियानो रोनाल्डो हैं, जो इस वक्त यूरो कप में अपने देश पुर्तगाल की ओर से जलवे दिखा रहे हैं।

रविवार की रात को यूरो के लीग मैच में पुर्तगाल की टक्कर सह-मेजबान स्विट्‍जरलैंड से थी और इस मैच में कोच स्कोलारी ने अपने सितारा खिलाड़ियों को आराम दिया ता‍कि वे क्वार्टर फाइनल में तरोताजा होकर उतर सकें। इन खिलाड़ियों में क्रिस्टियानो भी शामिल थे।

एक ‍कंपनी की ओर से विशेष रूप से जेनेवा पहुँचे युवराजसिंह को पुर्तगाल-स्विट्‍जरलैंड के मैच के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी का पुरस्कार देना था, लेकिन मंच पर युवराज को क्रिस्टियानों को यह पुरस्कार प्रदान करने का मौका नहीं मिला।

सनद रहे कि युवराज ने शनिवार को बांग्लादेश में त्रिकोणीय सिरीज के फाइनल में पाकिस्तान के खिलाफ फाइनल मुकाबला खेला था और उसी रात वे फ्लाइट पकड़कर जेनेवा के लिए उड़ गए थे। ढाका से जेनेवा की दूरी 7 हजार 566 किलोमीटर है। यह दूरी पूरे एक महाद्वीप को पार करने के बराबर है। बेहद थका देने वाले सफर में भी युवी इसलिए भी तरोताजा थे क्योंकि दिल में यह उमंग थी कि वह अपने सबसे फेवरेट खिलाड़ी को मैदान में खेलते हुए देखेंगे।

मैच शुरू होने के बाद जैसे ही युवी ने यह देखा कि पुर्तगाल टीम के स्टार खिलाड़ी क्रिस्टियानो रोनाल्डो रिजर्व बेंच पर बैठे हैं तो उन्हें बेहद निराशा हुई। युवराज को फुटबॉल की दुनिया के इस युवराज 'रोनाल्डो' की जादूगरी देखने को नहीं मिली और उन्हें खिताब से नवाजे जाने की हसरत दिल में ही रह गई।

युवराज को फुटबॉल का कितना शौक है, इसका अंदाजा यहीं से लगाया जा सकता है कि भारतीय टीम जब इंग्लैंड दौरे पर थी, तब मैच नहीं होने की स्थिति में दूसरे खिलाड़ी सैर-सपाटे पर निकल जाते थे, जबकि कुछ खरीददारी में व्यस्त रहते थे। युवराज अकेले क्रिकेटर थे जो मैनचेस्टर यूनाइटेड का फुटबॉल मैच देखने के लिए पहुँच जाते थे। वहाँ वह क्रिस्टियानों के जलवे का लुल्फ लेते थे।

चंडीगढ़ में युवराजसिंह की माँ शबनमसिंह के अनुसार मेरा बेटा फुटबॉल का जबरदस्त दीवाना है। क्रिस्टियानो रोनाल्डो तो उसका हीरो है। उसे जब से यह पता चला था कि उसे यूरो कप में 'मैन ऑफ द मैच' का वह चीफ गेस्ट है और पुर्तगाल के मैच में उसे यह पुरस्कार देना है तो काफी रोमांचित था। मेरी फोन पर उससे बात भी हुई थी। मुझे लगता है कि रोनाल्डो से न मिल पाने के कारण वह काफी निराश हुआ होगा।