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Written By भाषा
Last Modified: मानेसर , शनिवार, 8 अक्टूबर 2011 (21:03 IST)

समस्या बन गई है हड़ताल: मारुति

समस्या बन गई है हड़ताल: मारुति -
मारुति सुजुकी इंडिया ने शनिवार को कहा कि मानेसर में उसके कारखाने में मजदूरों की हड़ताल कानून-व्यवस्था की समस्या में तब्दील हो गई है। कंपनी ने आरोप लगाया कि हड़ताली हिंसा पर उतर आए हैं और वे उनका समर्थन नहीं करने वाले कर्मचारियों की पिटाई कर रहे हैं।

मारुति सुजुकी के एक प्रवक्ता ने कहा कि हम हड़ताली कर्मचारियों की हिंसक गतिविधियों और इस माहौल में अपने लोगों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। कंपनी के अनुसार हड़ताली कर्मचारी छिटपुट हिंसक गतिविधियों में लगे हैं और शनिवार को उन्होंने कारखाने के अंदर संपत्ति को नुकसान पहुंचाया।

कंपनी ने कहा कि शुक्रवार शाम से धरना दे रहे कर्मचारियों ने साथी कर्मियों, सुपरवाइजरों तथा अधिकारियों पर कई हमले किए और कारखाने के अंदर संपत्ति को नुकसान पहुंचाया। इंडिया (एमएसआई) प्रबंधन ने हालांकि दावा किया कि हड़तालियों ने 355 ठेका कर्मचारियों की बुरी तरह पिटाई की। कंपनी ने प्रयास कर इन कर्मचारियों को उनके हाथों से बचाया। बहरहाल, कर्मचारियों ने इन आरोपों से इनकार किया और कहा कि वे हिंसक गतिविधियों में कतई शामिल नहीं हैं।

मारुति सुजुकी इंप्लायज यूनियन (एमसएईयू) के कार्यकारी सदस्य सुशील कुमार ने कहा कि समझौता रद्द हो गया है और हम उसका पालन नहीं कर रहे हैं, हम अस्थाई कर्मचारियों को वापस लिए जाने की मांग कर रहे हैं। एमएसईयू को कंपनी से मान्यता प्राप्त नहीं है।

मारुति के मानेसर कारखाने में करीब 2,000 कर्मचारी हैं। इसमें से 900 स्थाई तथा शेष ठेका कर्मचारी तथा प्रशिक्षु हैं। कंपनी प्रबंधन ने कहा कि यह पहले ही कहा जा चुका है कि उत्पादन बढ़ने के बाद निकाले गए ठेका कर्मचारियों को वापस लिया जाएगा। (भाषा)