नहीं होगी नौकरियों में कटौती-चिदम्बरम
केंद्रीय वित्तमंत्री पी. चिदम्बरम ने कहा है कि वैश्विक वित्त संकट से भारत में आर्थिक विकास की गति में कुछ धीमापन आने का मतलब यह नहीं है कि देश के विभिन्न क्षेत्रों में नौकरियों में किसी प्रकार की कटौती होगी।चिदम्बरम ने केन्द्रीय मंत्रिमंडल में लिए गए फैसलों की जानकारी देते हुए कहा देश की अर्थव्यवस्था के बारे में अब तक जो सबसे निराशाजनक अनुमान लगाया गया है, उसमें भी आर्थिक गति सात प्रतिशत रहने की संभावना है। यह वृद्धि अर्थव्यवस्था में रोजगार के अवसर बढ़ाने के लिए पर्याप्त है और मामूली धीमापन आने से रोजगार के अवसर खत्म नहीं होंगे। उन्होंने कहा रोजगार के अवसरों की गति मंद पड़ने को नौकरी के अवसर खत्म होंगे, ऐसा भ्रम नहीं फैलाया जाना चाहिए।वित्तमंत्री ने यह टिप्पणी एसोसिएट चैम्बर ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्रीज ऑफ इंडिया (एसोचम) के उस आकलन पर की है, जिसमें कहा गया था कि अगले दस दिनों में इस्पात, सीमेंट, अचल संपत्ति, निर्माण, उड्डयन, आईटी और वित्तीय सेवा आधारित सात उद्योगों में एक चौथाई नौकरियों पर कैंची चल सकती है।चिदम्बरम ने कहा मुद्रास्फीति घट रही है और अब महँगाई कोई बड़ा मुद्दा नहीं रह गया है। मुख्य मुद्दा रोजगार सृजन का है, जो कारखाना क्षेत्र में वृद्धि के साथ ही गति हासिल करेगा।