Last Modified: चेन्नई ,
शनिवार, 11 जून 2011 (20:31 IST)
नवीन मोबाइल भुगतान व्यवस्था की जरूरत
भारतीय उद्योग मंडल एसोचैम ने कहा है कि नकदी रहित भुगतान को बढ़ावा देने के लिए मोबाइल भुगतान को भारतीय बाजार की जरूरत के मुताबिक बनाने की आवश्यकता है।
एसोचैम के संचार कन्वर्जेंस (अभिसरण) समिति के अध्यक्ष टीवी रामचंद्रन ने कहा कि आज नवीन मोबाइल भुगतान व्यस्था की जरूरत है जो कि भारतीय जरूरतों के अनुकूल और अधिक लोगों को आकर्षित करता है।
एसोचैम और वैश्विक परामर्श कंपनी डियोलाइट के अध्ययन में कहा गया है कि इलेक्ट्रॉनिक भुगतान हेतु मोबाइल वालेट के अलावा स्मार्टफोन का इस्तेमाल चार वर्षों में 100 प्रतिशत की दर से बढ़ने की उम्मीद है।
अध्ययन में कहा गया है कि भारत में 2015 तक मोबाइल फोन के इस्तेमाल में 100 प्रतिशत तक बढ़ोतरी की उम्मीद है। भारत में फिलहाल 72 करोड़ मोबाइल उपभोक्ता हैं।
अभी देश में 67 प्रतिशत खुदरा सौदा नकदी किया जाता है। भुगतान के अन्य साधनों जैसे कि क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड का इस्तेमाल समाज के एक छोटे हिस्से द्वारा ही किया जाता है।
अध्ययन के मुताबिक देश में 17.3 करोड़ डेबिट कार्ड और 2.3 करोड़ क्रेडिट कार्ड धारक हैं। (भाषा)