Last Modified: मुंबई ,
रविवार, 26 अगस्त 2007 (18:17 IST)
विदेशों से 15 अरब डॉलर जुटाए
भारतीय कंपनियों ने जनवरी से मई 2007 के दौरान विदेशी वाणिज्यिक ऋण (ईसीबी) एवं विदेशी मुद्रा परिवर्तनीय बॉण्ड (एफसीसीबी) के माध्यम से लगभग 14.97 अरब डॉलर की राशि जुटाई है।
भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जारी किए गए ईसीबी एवं एफसीसीबी संबंधी आँकड़ों से यह जानकारी मिली है। विश्लेषकों का मानना है कि घरेलू बाजार में ऊँची ब्याज दरों की वजह से भारतीय कंपनियों ने विदेशों से ऋण लेना अधिक उचित समझा तथा इसी के परिणामस्वरूप इतनी अधिक राशि विदेशों से जुटाई गई।
ईसीबी एवं एफसीसीबी के तहत ब्याज दरें घरेलू बाजार की ब्याज दरों से लगभग 2 से 3 प्रश तक कम हैं। भारतीय कंपनियों ने समीक्षाधीन पाँच महीनों में से मार्च में सबसे अधिक 5.09 अरब डॉलर की राशि विदेशों से जुटाई। अप्रैल माह में रिलायंस कम्युनिकेशन्स लि. ने 5 करोड़ डॉलर का ऋण विदेश से लिया, जोकि किसी भी कंपनी द्वारा लिया गया सर्वाधिक विदेशी ऋण है। हालाँकि भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा हाल ही में विदेशी वाणिज्यिक ऋण के संबंध में नए दिशा-निर्देश जारी करने के बाद इसके माध्यम से ली जाने वाली राशि में कमी आने का अनुमान लगाया जाने लगा है।