Last Modified: नई दिल्ली ,
गुरुवार, 16 दिसंबर 2010 (10:53 IST)
बच्चा ज्यादा खाता है, लगाओ मशीन
आपका बच्चा मोटा है और तेजी से खाता है तो उसका मोटापा कम करने की फिक्र से आजाद हो जाइए। वैज्ञानिकों ने इस वर्ष एक ऐसी मशीन बनाई, जिससे बच्चों में बढ़ते मोटापे पर अंकुश लगाया जा सकता है।
इसके अलावा भावनाएँ पढ़कर आपके साथ सुबकने वाले और खुश होने पर बच्चा बाँहें पसारने वाले रोबोट का अविष्कार भी इस वर्ष के प्रमुख अविष्कारों में शामिल रहा।
यूरोपीय वैज्ञानिकों ने सात जनवरी को लंदन में ऐसी कंप्यूटराइज्ड मशीन बनाने का दावा किया, जो बच्चों में मोटापे की समस्या से निजात दिलाने के लिए उनकी तेजी से खाने की आदत छुड़ाएगी और बताएगी कि प्लेट से कितनी तेजी से भोजन चट हो गया।
तेजी से भोजन चट करने की आदत मोटापा बढ़ाने से जुड़ी होती है। मैंडोमीटर नामक यह उपकरण स्टाकहोम स्थित कैरोलिंस्का संस्थान के वैज्ञानिकों ने तैयार किया है।
मैंडोमीटर तेजी से भोजन करने की आदत पर रोक लगाती है और बताती है कि कोई कितनी तीव्रता से भोजन कर रहा है। 106 मोटे बच्चों पर मशीन का प्रयोग किया गया जिसके सकारात्मक नतीजे मिले। इस मशीन के उपयोग के 12 महीने बाद बच्चों का वजन अपेक्षाकृत कम बढ़ा और उन्होंने कम भोजन किया।
जल्द ही बाजार में एक करिश्माई मिल्कशेक आने वाला है, जिसके बारे में वैज्ञानिकों का दावा है कि इस मिल्कशेक का रोज सेवन करने से अल्झाइमर से बचा जा सकता है। यह मिल्कशेक दो साल में बाजार में उपलब्ध हो सकेगा।
लंदन में वैज्ञानिकों का एक दल याददाश्त बढ़ाने वाला, स्ट्राबेरी शेक विकसित कर रहा है जो वास्तव में मस्तिष्क के लिए माँ के दूध में पाए जाने वाले उपयोगी पोषक तत्वों का मिश्रण होगा। (भाषा)