Last Modified: पेरिस ,
शुक्रवार, 23 सितम्बर 2011 (14:41 IST)
खारिज हो जाएगी आइंस्टीन की थ्योरी
भौतिक विज्ञानियों ने पाया है कि अणु के भीतर छिपे ‘न्यूट्रिनो’ नाम के कुछ कण प्रकाश की गति से भी तेज आगे बढ़ते हैं। यदि वैज्ञानिकों की यह खोज सही साबित होती है तो महानतम वैज्ञानिक अलबर्ट आइंस्टीन की ‘थ्योरी ऑफ रिलेटिविटी’ खारिज हो जाएगी।
यूरोपीय परमाणु अनुसंधान केंद्र और इटली की एक प्रयोगशाला के संयुक्त प्रयासों से किए गए प्रयोग में पाया गया कि ‘न्यूट्रिनो’ की रफ्तार तीन लाख और छह किलोमीटर प्रतिघंटा है जो प्रकाश की गति से छह किलोमीटर प्रतिघंटा ज्यादा है। जबकि अलबर्ट आइंस्टीन के ‘सापेक्षिकता के सिद्धांत’ के अनुसार कोई भी पदार्थ प्रकाश की गति से तेज नहीं दौड़ सकता।
प्रयोग में शामिल रहे भौतिकी विशेषज्ञ एन्टोनियो इरेडितातो ने कहा कि यह परिणाम बेहद आश्चर्यजनक थे क्योंकि प्रयोग का मकसद सिर्फ न्यट्रिनो की गति मापना था। किसी को भी इस बात का अंदेशा नहीं था कि कुछ खास परिणाम भी हासिल हो सकते हैं।
वैज्ञानिकों ने इन परिणामों की पुष्टि करने के लिये छह महीनों का वक्त लिया और फिर इसकी घोषणा की। अब उनका मानना है कि इन परिणामों से भौतिकी की अवधारणा में थोड़ा बदलाव जरूर आएगा। न्यूट्रिनो इतने सूक्ष्म कण हैं कि कुछ समय पहले ही यह पता चल पाया कि इनमें भार भी होता है।
फ्रेंच वैज्ञानिक पियरी बिनेट्रॉय ने इन परिणामों को क्रांतिकारी बताते हुये कहा कि यदि लोग इसे स्वीकार करते हैं तो भौतिकी विशेषज्ञों को वापस अपने सिद्धांत दुरुस्त करने होंगे।
वहीं दूसरी ओर प्रयोग में शामिल रहे अलफॉन्स वेबर ने कहा कि इसमें किसी चूक की भी गुजांइश हो सकती है इसलिए वह थोड़ा सतर्क हैं। (भाषा)