जून माह हरी-भरी ताजी सब्जी के नाम
यूँ रहें स्वस्थ
व्यस्तता भरी जीवनशैली, तनाव, बीमारियों के बढ़ते मामले और फास्ट फूड के चलन के बीच यह बात लोग नजरअंदाज कर जाते हैं कि स्वस्थ जीवन का राज ताजे फलों और हरी सब्जियों में छिपा है। आहार विशेषज्ञ अनुजा अग्रवाल ने बताया ‘‘पोषक तत्वों का महत्वपूर्ण स्रोत फल और सब्जियां हैं। इनसे प्रोटीन विटामिन और उर्जा भरपूर मिलती है। फल और सब्जियां कई तरह की स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को दूर कर सकते हैं। यदि हरी पत्तियों वाली सब्जियां और फलों का नियमित सेवन किया जाए तो निश्चित रूप से रक्त वाहिनियों में कोलेस्ट्रॉल जमा नहीं हो पाएगा और दिल की बीमारी के खतरे से बचा जा सकता है।' आहार विशेषज्ञ शीला सहरावत ने बताया 'फलों और हरी पत्तियों वाली सब्जियों के सेवन से न केवल कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद मिलती है बल्कि शरीर में वसा भी नहीं जम पाती जिससे मोटापा नहीं बढ़ता। फलों और सब्जियों में पाये जाने वाले रेशे घुलनशील होते हैं और इनमें भोजन से शरीर में होने वाले कोलेस्ट्रॉल के जमाव को रोकने की क्षमता भी होती है।' एक अन्य आहार विशेषज्ञ कामिनी बाली कहती हैं 'फलों और सब्जियों में विटामिन की भरपूर मात्रा होती है और चयापचय के नियमन में विटामिनों की अहम भूमिका होती है जो वसा और कार्बोहाइड्रेट को ऊर्जा में परिवर्तित करने में प्रयुक्त किए जाते हैं। खास तौर पर हरी पत्तेदार सब्जियों में विटामिन ए कैरोटिन के रूप में प्रचूरता में पाया जाता है, जो आंखों के लिए उपयोगी होता है।' हरी, पत्तेदार सब्जियों में फाइटोकैमिकल जैसे ल्यूटीन, इन्डोल आदि होते हैं। ये फाइटोकैमिकल अपने एंटीऑक्सीडेंट गुण की वजह से स्वास्थ्य के लिए उपयोगी होते हैं। फलों और सब्जियों के नियमित सेवन से गुर्दे को क्षारीय तत्व मिलते हैं और यूरिक अम्ल बनने का खतरा कम हो जाता है। गुर्दे में पथरी बनने का कारण वहां यूरिक अम्ल का जमाव ही होता है। शरीर के लिए जरूरी पोषक तत्व जैसे रेशे, फोलेट, पोटैशियम, विटामिन ए, विटामिन सी फलों और सब्जियों में भरपूर मात्रा में मिलते हैं।फलों और सब्जियों के सेवन से 'डाइवर्टिक्युलाइटिस' का खतरा भी कम हो जाता है। करीब 65 साल की उम्र के लोगों को अक्सर मोतियाबिंद और नजर कमजोर होने की शिकायत हो जाती है। फलों और सब्जियों के कारण इससे भी बचाव होता है। हम लोग वनस्पति से प्राप्त जितने तरह के आहार का सेवन करते हैं, उनमें से अधिकतर बीजों वाले होते हैं। खाने योग्य बीज जैसे दालें, गेहूं, चावल, मक्का से लेकर बीन्स, मटर, मूंगफली और सूखे मेवे आदि की गुणवत्ता से सभी परिचित हैं। बीजों में वह सभी पोषक तत्व होते हैं जिनकी हमारे शरीर को जरूरत होती है। कुछ बीजों में तेल बहुतायत में पाया जाता है जैसे सूर्यमुखी, सरसों, अलसी, तिल के बीज आदि। फलों के बीच भी उपयोगी होते हैं। बीज वाली कुछ वनस्पतियों जैसे टमाटर, कद्दू, लौकी और बैगन को सब्जियों के तौर पर खाया जाता है। कहने का मतलब यह है कि हमारे शरीर की बहुत बड़ी जरूरत इन बीजों से पूरी हो जाती है।स्वास्थ्य के लिए फलों और सब्जियों की उपयोगिता को देखते हुए ही कुछ देशों में जून माह को इनके लिए समर्पित किया गया है। हमारे देश में ऐसा कोई माह नहीं मनाया जाता लेकिन फलों और सब्जियों की उपयोगिता से इंकार भी नहीं किया जा सकता।