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Written By WD

गुजरात में फिर खिला कमल

नरेन्द्र मोदी का जादू एक बार फिर चला

गुजरात में फिर खिला कमल -
भाजपा ने गुजरात विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को लगातार चौथी बार रौंदते हुए रविवार को पूर्ण बहुमत प्राप्त कर लिया। मोदी का जादू मतदाताओं पर इस तरह से चला कि न तो कांग्रेस के सांप्रदायिकता के आरोपों का असर हुआ और न ही पार्टी के भीतर उनके विरोधियों की ही कोई चाल कामयाब हो सकी।

182 सदस्यीय विधानसभा में से भाजपा ने 117 सीटों पर जीत हासिल की है, जबकि कांग्रेस 59 सीटें जीतने में सफल रही। हालाँकि भाजपा को वर्ष 2002 की तुलना में 10 सीटों का नुकसान उठाना पड़ा है, जबकि कांग्रेस ने पूर्व की तुलना में अपनी स्थिति में सुधार किया है। पिछली बार उसे केवल 51 सीटें ही मिली थीं।

बागियों की चाल नाकाम : भाजपा के गढ़ में सेंध लगाने में बागी भी नाकामयाब रहे हैं। वरिष्ठ असंतुष्ट नेता केशुभाई पटेल जैसे कई बागी नेताओं के तीखे तेवरों के बावजूद भगवा पार्टी असंतुष्टों के प्रभाव वाले क्षेत्रों में अच्छा प्रदर्शन करने में कामयाब रही। हालाँकि मध्य गुजरात में उसे कुछ नुकसान हुआ है, जो गोधरा कांड के बाद भड़की हिंसा का मुख्य केन्द्र रहा था।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक के पूर्व प्रचारक मोदी ने अपने छह वर्ष के कार्यकाल के दौरान किए गए विकास कार्यों के बलबूते चुनाव में उतरने का फैसला किया था। वह आगामी 27 दिसंबर को राज्य में मुख्यमंत्री पद की तीसरी बार शपथ लेंगे। शपथ ग्रहण समारोह में भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी और बड़े नेता मौजूद रहेंगे।

मोदी ने राज्य की कमान दिसंबर 2001 में संभाली थी। इससे पहले मुख्यमंत्री रहे केशुभाई पटेल को जनवरी 2001 में आए भूकंप के बाद राहत कार्यों को सही तरह से अंजाम न देने के कारण इस्तीफा देने का निर्देश दिया गया था। वर्ष 2002 के विधानसभा चुनावों में भाजपा ने 127 सीटें जीती थीं। भाजपा ने गुजरात चुनावों मे मिली जीत को देश की राजनीति में मील का पत्थर बताया है और इसे सुशासन और विकास की जीत करार दिया है।

भाजपा के शीर्ष नेताओं अटलबिहारी वाजपेयी, लालकृष्ण आडवाणी और राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथसिंह ने इसे देश की भावी राजनीति के लिए नया मोड़ करार दिया। उन्होंने इस जीत के लिए मोदी को बधाई दी और कहा कि उन्होंने विकास कार्यों से गुजरात को एक आदर्श राज्य के रूप में स्थापित किया है।

राज्य में चुनाव दो चरणों में 11 तथा 16 दिसंबर को कराए गए। पहले चरण में 87 और दूसरे चरण में 95 सीटों पर मतदान कराया गया। मतगणना आज सुबह आठ बजे कड़ी सुरक्षा के बीच शुरू हुई। चुनाव आयोग ने 37 मतगणना केन्द्र बनाए थे।

गाँधीनगर जिले में मनासा विधानसभा सीट पर भाजपा के निवर्तमान विधानसभा अध्यक्ष मंगलदास पटेल ने अपनी सीट बरकरार रखकर एक रिकॉर्ड बनाया है। गुजरात के चुनावी इतिहास में यह पहला मौका है जब कोई विधानसभा अध्यक्ष दोबारा निर्वाचित हुआ है।

गुजरात में 12वीं विधानसभा के गठन के लिए राज्य की सभी 182 विधानसभा सीटों पर चुनाव कराए गए हैं। मोदी ने अपनी परंपरागत सीट मणिनगर से अपने प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के उम्मीदवार केंद्रीय पेट्रोलियम राज्यमंत्री दिनशा पटेल को 87 हजार से अधिक मतों से पराजित करते हुए विजय हासिल की है।

दिग्गज धराशायी : इसके साथ ही मोदी के पक्ष में चली लहर ने कांग्रेस के कई दिग्गजों को धूल चटा दी। इनमें राज्य के पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष नरहरि अमीन भी शामिल हैं। पराजित उम्मीदवारों में भाजपा के वे विरोधी भी शामिल हैं, जिन्हें कांग्रेस ने टिकट दिया था। इनमें धीरू गजेरा, नरेंद्रसिंह जड़ेजा और गोपाल ध्रुव भी हैं।

दूरगामी असर : इस जीत से उत्साहित भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार लालकृष्ण आडवाणी ने कहा कि गुजरात चुनावों का राष्ट्रीय राजनीति पर दूरगामी प्रभाव पड़ेगा। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से लोकसभा चुनावों की तैयारी में जुट जाने का भी आह्वान किया।

मोदी के नाम की औपचारिक घोषणा सोमवार को : गुजरात विधानसभा चुनाव में भाजपा की जीत के बाद पार्टी की केन्द्रीय संसदीय बोर्ड की रविवार देर शाम हुई बैठक में मुख्यमंत्री पद के लिए नरेन्द्र मोदी के नाम की पुष्टि की गई। अरुण जेटली ने बताया कि इस संबंध में गाँधीनगर में कल पार्टी के नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक होगी और विधायक दल के नेता का औपचारिक रूप से चुनाव किया जाएगा।

दलीय स्थिति
कुल सीटें : 182
परिणाम घोषित : 182
भाजपा : 117
कांग्रेस : 59
राकांपा : 03
जदयू : 01
अन्य : 02