चाँद पर शुक्रवार को लहराएगा तिरंगा
भारतीय ध्वज चाँद की सतह पर कल पहली बार अपनी मौजूदगी दर्ज कराने को तैयार है, क्योंकि तिरंगा पुता अन्वेषी हिस्सा (एमाआईपी) चंद्रयान-प्रथम से अलग होगा और पृथ्वी के प्राकृतिक उपगृह की जमीन पर उतर जाएगा।भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के प्रवक्ता एस. सतीश ने कहा मून इम्पैक्ट प्रोब के शुक्रवार को सुबह करीब 10 बजे चंद्रयान-प्रथम से अलग होने की संभावना है।सतीश ने कहा एमाआईपी के चारों ओर भारतीय ध्वज पोता गया है। उन्होंने कहा यह चाँद पर भारत के प्रवेश को व्यक्त करेगा। सतीश ने कहा चाँद की सतह पर उतरने की 20 मिनट की अवधि के दौरान एमआईपी तस्वीरें कैद करेगा और उन्हें पृथ्वी पर भेजेगा।एमआईपी उन 11 वैज्ञानिक उपकरणों (पेलोड) में से एक है, जिन्हें गत 22 अक्टूबर से शुरू भारत के चाँद के लिए पहले मानवरहित अंतरिक्ष अभियान चंद्रयान-प्रथम में स्थापित किया गया है।इसरो के वैज्ञानिकों द्वारा परिक्रमा पथ की ऊँचाई कम करने के आखिरी अभियान के सफलतापूर्वक संपन्न होने के बाद यह अंतरिक्ष यान कल अपनी अंतिम कक्षा में पहुँच गया, जो चाँद की सतह से 100 किलोमीटर की ऊँचाई पर है।इसरो के तिरुवनंतपुरम स्थित विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र द्वारा विकसित एमआईपी का प्राथमिक उद्देश्य उन तकनीकी जरूरतों को दर्शाना है, जो चाँद की सतह पर वांछित स्थान पर उतरने के लिए जरूरी हैं।